मुस्लिम कलाकार को भरतनाट्यम करने से रोका, थरूर ने हैरानी जताई
कर्नाटक में फैलाये जा रहे धार्मिक उन्माद के बाद अब केरल से भी हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है।
मुस्लिम भरतनाट्यम डांसर को मंदिर में प्रस्तुति देने से रोक दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केरल के त्रिशूर जिले के कूडलमानिक्यम मंदिर में हाल ही में एक गैर-हिंदू को एक निर्धारित नृत्य कार्यक्रम में प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने चौंकाने वाला बताया है।
और यह कांग्रेस नेता शशि थरूर के लिए एक झटका है। केरल के त्रिशूर जिले के कूडलमानिक्यम मंदिर में मानसिया वीपी को सिर्फ इस बिना पर कार्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं दी गई कि वह हिंदू नहीं हैं। मानसिया वीपी का जन्म और पालन-पोषण एक मुस्लिम परिवार में हुआ है जिसक कारण उन्हें कार्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
शशि थरूर ने इसे हिन्दू धर्म की छवि को आघात पहुँचाने वाला क़दम बताते हुए कहा कि “मैं कुछ मंदिरों में गर्भगृह तक पहुंच के बारे में कुछ प्रतिबंधों को समझता हूं। लेकिन यह मंदिर परिसर के अंदर अन्य नर्तकियों के साथ एक नृत्य प्रदर्शन है। हैरान हूं कि मंदिर इसकी अनुमति नहीं दे रहा है।” उन्होंने कहा “मेरा मानना है कि यह हमारे समाज की खराब सेवा करता है और दूसरों की नजर में हमारे धर्म की धारणा को भी नुकसान पहुंचाता है।”
संगीतकार श्याम कल्याण से शादी करने वाली मानसिया वीपी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर इस घटना के बारे बताते हुए लिखा कि “मंदिर के एक पदाधिकारी ने मुझे बताया कि मैं मंदिर में अपना कार्यक्रम पेश नहीं कर सकती क्योंकि मैं एक गैर-हिंदू हूं। मानसिया ने कहा कि संगीतकार श्याम कल्याण से शादी के बाद मुझे इस बारे में भी प्रश्नों का सामना करना पड़ रहा है कि क्या मैं शादी के बाद हिंदू बन गई हूँ या नहीं।
बता दें कि इस से पहले भी उन्हें हिंदू न होने के कारण प्रसिद्ध गुरुवायूर श्री कृष्ण मंदिर में प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई थी।