महाराष्ट्र हमारी माँ है, इसे बचाना हमारी ज़िम्मेदारी है: उद्धव ठाकरे
“महाराष्ट्र हमारी माँ है, और जब माँ मुसीबत में होती है, तो उसे बचाना हमारी ज़रूरत बन जाती है। हमें एक-दूसरे की टांग खींचना बंद करना होगा, नहीं तो डाकू हमारी आँखों के सामने हमारी माँ को छीनकर ले जाएंगे। इस पाप को हम होने नहीं दे सकते।” इन विचारों का व्यक्तव्य शिवसेना (उद्धव) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने जिले जलगांव के चालीस गाँव क्षेत्र में एक चुनावी सभा के दौरान किया। चालीस गाँव विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना (उद्धव) के उम्मीदवार नमेश भैया साहब पाटिल हैं। उनकी प्रचार के लिए शेतकरी सहकार संघ के काड़ी कारखाना मैदान में यह सभा आयोजित की गई थी।
अपनी बात की शुरुआत में उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग द्वारा उनके बैग की तलाशी लेने का जिक्र करते हुए कहा, “मैं एक कलाकार हूँ, मुख्यमंत्री बनने के बाद से मेरी फोटोग्राफी बंद हो गई थी, आज कई दिनों के बाद मुझे चुनाव आयोग की वजह से फोटोग्राफी का मौका मिला, वो भी हेलीकॉप्टर के पास खड़े होकर। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूँ।”
उन्होंने कहा, “मेरा बैग रोज़ाना चेक करों या फिर मेरे साथ लेकर चलो ताकि मेरा भार हल्का हो जाए। लेकिन जैसे मेरे बैग की जाँच की गई, वैसे ही मोदी, शाह, मिंदे (शिंदे), देवेंद्र और अजित पवार की भी जाँच की जाए। विशेष रूप से मोदी और शाह की तो आते और जाते दोनों वक्त तलाशी ली जाए, उनकी जेब भी चेक की जाए क्योंकि वो महाराष्ट्र से लूट कर गुजरात ले जा रहे हैं।”
उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को चेतावनी दी, “महाराष्ट्र हमारी माँ है, और जब माँ मुसीबत में होती है, तो उसे बचाना आवश्यक होता है। हमें एक-दूसरे की टांग खींचना बंद करना होगा, नहीं तो डाकू हमारी आँखों के सामने हमारी माँ को छीनकर ले जाएंगे। इस पाप को हम नहीं होने दे सकते।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के सम्मान की रक्षा के लिए सभी समुदायों को एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, “मोदी जी! आप दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री के रूप में बैठे हैं, बीजेपी के प्रधानमंत्री के रूप में नहीं। अगर आप खुद को बीजेपी का प्रधानमंत्री मानते हैं, तो गुजरात जाकर बीजेपी के दफ्तर में बैठिए।”
राज्य में अमित शाह के दौरे और बीजेपी के मैनिफेस्टो के जारी होने के अवसर पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के निशाना साधने के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, “इतने बड़े विश्व गुरु उद्धव ठाकरे से डर गए। आपने तो उद्धव ठाकरे को खत्म कर दिया, मेरा सब कुछ लूट लिया, पार्टी तोड़ दी, चुनाव चिह्न चुराया, पिता भी चुरा लिया। खुद के पिता पर गर्व नहीं किया, मेरे पिता पर गर्व किया।”
भाषण के अंत में पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर मुम्ब्रा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “(शिवाजी) महाराज की मूर्ति गिरना हमारे दिल पर घाव है। छत्रपति शिवाजी महाराज कोई ईवीएम नहीं हैं कि मूर्ति बनाई और वोट मिल गए, लेकिन ऐसा हुआ। कोंकण क्षेत्र में एक नालायक जीता, वहाँ महाराज की मूर्ति बनाई गई, जो आठ महीने में गिर गई। किसी को शर्म नहीं आई। मोदी ने अहंकारी अंदाज में माफी मांगी, लेकिन अब तक देवेंद्र फडणवीस ने माफी नहीं मांगी।”
उद्धव ठाकरे ने कहा, “मेरी हिम्मत पर सवाल उठाते हो, एक बार मैदान में आओ, मेरी हिम्मत क्या है दिखाता हूँ। देवेंद्र फडणवीस, अगर आपमें हिम्मत है तो मुम्ब्रा में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनाकर दिखाइए।” उन्होंने कहा, “तुमने जिस गद्दार को सिर पर बिठाया है, उसी के क्षेत्र में मुम्ब्रा आता है। तुमको मुम्ब्रा में शिवाजी महाराज का मंदिर बनाना मुश्किल क्यों लगता है? मुम्ब्रा मेरा भी शहर है। इसके प्रवेश द्वार पर सभी महान हस्तियों की तस्वीर वाला एक बोर्ड लगा है। तुम्हारे खुफिया विभाग के लोग हमारे पीछे लगाने के साथ इसकी भी जानकारी ले लिया करो कि किस शहर में क्या है।”
उद्धव ठाकरे ने कहा, “तुम्हारी राज्य में कौन सी चीज कहाँ है, ये भी तुम्हें पता नहीं। तुम हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़काना चाहते हो। लेकिन दंगा नहीं हो रहा है, क्योंकि सबको समझ आ गया है कि बीजेपी का हिंदुत्व घर जलाने वाला है और शिवसेना का हिंदुत्व घरों में चूल्हा जलाने वाला है।” शिवसेना (उद्धव) प्रमुख ने कहा, “इसीलिए मुसलमान मेरे साथ हैं। यही कारण है कि तुम्हारे पेट में दर्द हो रहा है।”