जनसँख्या विस्फोट को मज़हब से जोड़ना ठीक नहीं: मुख्तार अब्बास नकवी
11 जुलाई दिन सोमवार विश्व जनसंख्या दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने फिर से एक बार मुस्लिम समाज की बढ़ती आबादी को लेकर निशाना साधा है। सीएम योगी का कहना है कि देश में किसी एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ने से अराजकता ही फैलेगी। सीएम योगी ने कहा है कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की गति और उनका प्रतिशत अधिक हो जाये और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रित कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए।
जबकि उनकी इस बात से भाजपा के नेता ने ही असहमति दिखाई है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि “बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मज़हब की नहीं, बल्कि मुल्क की मुसीबत है, इसे जाति, मज़हब से जोड़ना जाएज़ नहीं है।” इन्होंने ने साफ़ तौर पर योगी आदित्यनाथ की इस चिंता को खारिज किया है।
बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मज़हब की नहीं,मुल्क की मुसीबत है,इसे जाति,घर्म से जोड़ना जायज़ नहीं? #populationday2022
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 11, 2022
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक प्रोग्राम में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि “जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलता पूर्वक आगे बढ़े, लेकिन इसके साथ ये भी ध्यान देना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी उत्पन्न न होने पाए। सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारी सरकार द्वारा बीते पांच वर्षों से देशभर में जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि भी है। लेकिन यह उपलब्धि तभी तक है, जब समाज स्वस्थ व आरोग्यता की स्थिति को प्राप्त कर सके।”
मुख्यमंत्री योगी के इस बयान के बाद सियासी बहस का रुख दे दिया गया है और इसे मजहबी रंग देने की भी कोशिश की जा रही है। ध्यान रहे कि मुख़्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा कार्यकाल खत्म होने के बाद मोदी कैबिनेट से उनकी छुट्टी हो गयी है। और भाजपा ने उन्हें न तो राज्यसभा चुनाव में कहीं से उतारा और न ही रामपुर उपचुनाव में उनको टिकट दिया। लेकिन ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि नकवी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है।