अपनी मांगों को लेकर इंडिया’ गठबंधन के नेता शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मुलाक़ात करेंगे
विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के नेता लोकसभा चुनाव में हर चरण के बाद पूर्ण मतदान प्रतिशत के आंकड़े तत्काल जारी करने की मांग को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। सूत्रों ने बताया कि विपक्षी नेता भाजपा के अपने चुनावी अभियान में कथित तौर पर धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का मुद्दा भी उठाएंगे। सूत्रों ने पहले कहा था कि विपक्षी गठबंधन के नेताओं की आयोग के साथ मुलाकात बृहस्पतिवार के लिए निर्धारित है, लेकिन बाद में इसे बदलकर शुक्रवार कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि इंडिया गठबंधन के नेता बृहस्पतिवार दोपहर को चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ से मिलेंगे और एक ज्ञापन सौंपकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) समेत विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को अलग-अलग पत्र लिखकर पहले दो चरणों में मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित देरी पर चिंता जताई है।
विपक्ष के आरोपों के बीच, निर्वाचन आयोग ने दावा किया था कि मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद ‘‘डाले गए मतों की वास्तविक संख्या’’ का बूथ-वार आंकड़ा उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है। पिछले सप्ताह जारी एक बयान में, निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा था कि वह मतदान के प्रत्येक चरण के बाद मतदान के आंकड़ों को समय पर जारी करने को ‘‘उचित महत्व’’ देता है। उसने कहा कि न केवल निर्वाचन क्षेत्र, बल्कि मतदान की वास्तविक संख्या का बूथ-वार आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है।
इससे पहले, पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए थे। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने पूछा था कि चुनाव के 11 दिन बाद मत प्रतिशत 60 से बढ़कर 66 फीसदी कैसे हो गया? पांडेय ने इसे देश की आबादी के साथ छलावा करार दिया है। उन्होंने कहा कि आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि जो मतदान प्रतिशत वोटिंग वाले दिन फाइनल हो जाता है, वह मतदान के 11 दिनों के बाद कैसे बढ़ गया?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदान आंकड़ों में कथित ‘‘विसंगतियों’’ के मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखा था। अपने पत्र में, खड़गे ने ‘इंडिया’ के नेताओं से इस मुद्दे पर सामूहिकता, एकजुटता के साथ स्पष्ट रूप से अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया। निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल को, लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में हुए मतदान का आंकड़ा साझा किया। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
विभिन्न विपक्षी दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के अन्य नेताओं के भाषणों को लेकर भी निर्वाचन आयोग से संपर्क किया और आरोप लगाया है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है। विपक्षी दलों के साथ-साथ बीजेपी द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर, निर्वाचन आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर नोटिस जारी किया था।