झारखंड, कांग्रेस विधायकों पर भाजपा की नज़र, हॉर्स ट्रेडिंग का डर

झारखंड, कांग्रेस विधायकों पर भाजपा की नज़र, हॉर्स ट्रेडिंग का डर

मुख्यमंत्री सोरेन की अयोग्यता को लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच महागठबंधन का कहना है कि राज्यपाल अपने पद की गरिमा का ख्याल न रखते हुए केंद्र की सत्ता पर क़ाबिज़ राजैनतिक दल के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.

भाजपा के लिए अपने पद की गरिमा को दांव पर लगाने के आरोप लगते हुए महागठबंधन ने कहा कि राज्यपाल नोटिफिकेशन जारी करने में जान बूझ कर देरी कर रहे हैं ताकि भाजपा को अपना खेल खेलने की पूरी आज़ादी मिल सके और और वह महाराष्ट्र जैसा खेल यहाँ भी खुल कर खेल सके.

झारखंड में सत्तरूढ़ गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने राज्यपाल पर नोटिफिकेशन जारी करवाने में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्यपाल इस काम में जानबूझ कर देरी कर रहे हैं ताकि भाजपा को खुल कर हॉर्स ट्रेडिंग करने का मौक़ा मिल जाए.

कहा जा रहा है कि राज्य सरकार में शामिल कांग्रेस के कई विधायक समय मिलते ही पाला बदलने में ज़रा भी देर नहीं लगाएंगे और इस बात की जानकारी प्रदेश कांग्रेस से लेकर दिल्ली हाई कमान तक को है. भाजपा सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के कई विधायक अभी भी भाजपा के संपर्क में हैं. कांग्रेस के एक बड़े स्थानीय नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को है.

अपने विधायकों के टूटने की आशंका के बीच कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे पिछले दो दिनों से झारखंड में डेरा डाले हुए हैं और विधायकों से वन टु वन मीटिंग कर रहे हैं. सोरेन को भी राज्य में चल रहे पूरे राजनैतिक ड्रामे की जानकारी है. वह भाजपा की सब चालों को लेकर सजग हैं.

भाजपा की ओर से सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने की बातों को ध्यान में रखते हुए सोरेन अपने ख़ैमे को मज़बूत करने में लगे हुए हैं वह अपने लोगों को कभी डिनर तो कभी किसी ट्रिप के बहाने खंगाल रहे हैं और अपनी टीम को जोड़ने में लगे हुए हैं.

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