जम्मू और कश्मीर: कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

जम्मू और कश्मीर: कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच एक बार फिर से मुठभेड़ हुई है। यह मुठभेड़ माछिल सेक्टर के कमकारी इलाके में हुई। सेना ने बताया कि इस मुठभेड़ के दौरान एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया और दो भारतीय सैनिक घायल हो गए हैं।

सेना की चिनार कोर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी साझा की। पोस्ट में कहा गया कि माछिल सेक्टर के कमकारी पोस्ट पर अज्ञात आतंकवादियों के साथ फायरिंग का आदान-प्रदान हुआ। सेना के बयान के अनुसार, गोलीबारी के दौरान एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया जबकि हमारे दो जवान घायल हो गए। घायल जवानों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। सेना ने यह भी बताया कि इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है और सुरक्षा बल सतर्क हैं।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, माछिल सेक्टर के कमकारी पोस्ट के निकट सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में तीन सैनिक घायल हो गए थे। यह मुठभेड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करगिल में करगिल विजय दिवस के अवसर पर दिए गए भाषण के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी थी कि हमारी सेना पूरी ताकत के साथ आतंकवाद को कुचलेगी और दुश्मन को करारा जवाब देगी।

गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों में कुपवाड़ा में यह चौथी मुठभेड़ है। इससे पहले हुई तीन मुठभेड़ों में छह विदेशी आतंकवादी मारे गए थे और एक भारतीय जवान शहीद हुआ था। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दो दिन पहले कुपवाड़ा में एलओसी के अग्रिम इलाकों का दौरा कर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया था। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य वहां की सुरक्षा स्थिति को परखना और जवानों का मनोबल बढ़ाना था।

सेना के इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि यह ऑपरेशन सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है। आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने यह साबित कर दिया है कि नियंत्रण रेखा पर उनकी पकड़ मजबूत है और वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

इस घटना ने एक बार फिर से इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी गतिविधियां नियंत्रण रेखा के पार से जारी हैं, लेकिन भारतीय सेना हर मोर्चे पर उनका डटकर मुकाबला कर रही है। स्थानीय निवासियों को भी सुरक्षा बलों पर पूरा भरोसा है और वे इस बात से आश्वस्त हैं कि सेना उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

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