इज़रायल ने गाजा में भोजन, पानी और बिजली की आपूर्ति बंद की
गाजा पर भारी बमबारी और 500 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद इज़रायल ने सोमवार को पूर्ण नाकेबंदी की घोषणा कर दी है। इजरायल के रक्षामंत्री योफ गैलेंट ने घोषणा की है कि भोजन, पानी, बिजली और ईंधन को गाजा तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा, जिसे पहले से ही खुली जेल कहा जाता है।
गाजा पर भारी बमबारी और 500 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद इज़रायल ने सोमवार को पूर्ण नाकेबंदी की घोषणा कर दी है। इज़रायल के रक्षा मंत्री योफ गैलेंट ने घोषणा की है कि भोजन, पानी, बिजली और ईंधन को गाजा तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा, जिसे पहले से ही खुली जेल कहा जाता है।
इसी बीच रविवार और सोमवार की रात इज़रायल ने गाजा पर भीषण बमबारी की। इस बमबारी में आवासीय इमारतों और मस्जिदों को भी निशाना बनाया गया। रविवार रात को हुई बमबारी में बैते हानून नामक इलाके पर लगातार हमलों से इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गईं। इज़रायल का आरोप है कि गाजा इस इलाके का इस्तेमाल अपनी गतिविधियों के लिए कर रहा है।
सोमवार को, इज़रायली बलों ने रिमल क्षेत्र को खाली करने का आदेश दिया, जहां एसोसिएटेड प्रेस और अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों के कार्यालय हैं। यह इस बात का संकेत है कि सोमवार रात को इलाके में बमबारी की जाएगी। इजरायली बमबारी में गाजा में 510 लोग मारे गए हैं और 2,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इजरायल ने बमबारी में शरणार्थी शिविरों, संयुक्त राष्ट्र संस्थानों और मस्जिदों को भी नहीं बख्शा है।
गाजा पर जमीनी हमले की आशंका के बीच, एसोसिएटेड प्रेस ने बताया है कि इजरायल ने गाजा के आसपास के इलाकों में टैंकों के साथ अपने रिजर्व बल के 300,000 सैनिकों को तैनात किया है। इसके साथ ही गाजा के आसपास के इजराइली इलाकों से हजारों नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
शनिवार को हमास के हमले के जवाब में इज़रायल की जवाबी कार्रवाई का पूरा समर्थन करते हुए यूरोपीय संघ ने फिलिस्तीन को दी जाने वाली 66.728 मिलियन डॉलर की सहायता रोक दी है। यूरोपीय संघ के आयुक्त ओलिवर वारेहली के अनुसार, “इजरायल और उसके लोगों के खिलाफ आतंकवाद निर्णायक मोड़ पर है। उन्होंने कहा, ”अब सब कुछ पहले जैसा नहीं हो सकता।