NHRC सिर्फ बंगाल के लिए बनाया गया है क्या? साक्षी जोशी
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 28वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना किसी का नाम लिए विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि कहा कि कि मानवाधिकार के नाम पर कुछ लोग देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे है।
पीएम मोदी के इस बयान पर लोगों ने पीएम मोदी के अंदाज में ही उन पर पलटवार किया । साथ ही साक्षी जोशी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है कि “ओह, इस देश में NHRC सिर्फ बंगाल के लिए बनाया गया है”!
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने नाम लिए बग़ैर अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में मानवाधिकार की व्याख्या कुछ लोग अपने-अपने तरीके से, अपने-अपने हितों को देखकर करने लगे हैं किसी घटना में कुछ लोगों को मानवाधिकार का हनन दिखता है और वैसी ही किसी दूसरी घटना में उन्हीं लोगों को मानवाधिकार का हनन नहीं दिखता।
इस तरह का सलेक्टिव व्यवहार, लोकतंत्र के लिए भी उतना ही नुकसानदायक होता है। पीएम ने कहा कि मानवाधिकार का बहुत ज्यादा हनन तब होता है जब उसे राजनीतिक रंग से देखा जाता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूल मंत्र पर चल रहा है। ये एक तरह से मानव अधिकार को सुनिश्चित करने की ही मूल भावना है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में देश ने अलग-अलग वर्गों में, अलग-अलग स्तर पर हो रहे अन्याय को भी दूर करने का प्रयास किया है।
बता दें कि मानवाधिकार संरक्षण कानून, 1993 के तहत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्थापना 12 अक्टूबर 1993 को मानवाधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ की गई थी। हाल ही में हुए लखीमपुर खीरी कांड के बाद से लोग राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पर सवाल उठा रहे है कि वह सिर्फ केन्द्र सरकार के इशारें पर काम करती है।