भारत सरकार ने बांग्लादेश जाने वाली सभी ट्रेनों को कैंसिल किया
नई दिल्ली: बांग्लादेश में 2 महीने से चल रहे आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार, 5 अगस्त को पद से इस्तीफा दे दिया। हिंसक माहौल के चलते शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। वे सेना के विमान से रवाना हुईं। खबरों के मुताबिक उनकी बहन रेहाना भी साथ हैं। वे बंगाल के रास्ते दिल्ली पहुंच रही हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि शेख हसीना शाम को दिल्ली से लंदन रवाना हो सकती हैं। उसके बाद वे फिनलैंड या दूसरे देश जा सकती हैं। हालांकि अभी तक कुछ भी कन्फर्म नहीं है।
बांग्लादेश में बवाल और बगावत के बाद भारतीय रेलवे ने सोमवार (पांच अगस्त, 2024) को बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने छह अगस्त तक के लिए बांग्लादेश को जाने वाली सभी ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं, जिनमें Kolkata-Dhaka-Kolkata Maitri Express भी शामिल है। सूत्रों के हवाले से हमारे संवाददाताओं ने जानकारी दी कि वह थोड़ी देर में भारत की राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगी। शाम छह बजे के आस-पास वह पालम एयरपोर्ट पर आएंगी।
17 साल के कार्यकाल के बाद शेख हसीना का सरकार से बाहर जाना भारत के लिए एशिया में विश्वसनीय साथी या दोस्त खोने जैसा है। लंबे समय से भारत के साथ उनके मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। ऐसे में उनके सत्ता से बाहर जाने के बाद भारत के लिए चिंता का बड़ा सवाल खड़ा हुआ है कि अब कौन ढाका की सत्ता पर राज करेगा? जो कोई भी वहां सत्ता संभालेगा, उसके असर भारत पर देखने को मिल सकते हैं। दरअसल, अंतरिम सरकार या नई सरकार का भारत के प्रति क्या रुख होगा यह बेहद अहम है।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “मेरी अपील है कि आप बंगाल में शांति बनाए रखें। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है। केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।