हमास को आतंकी संगठन घोषित करे भारत: इज़रायली राजदूत
इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार (26 अक्टूबर) को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हमास हमले के बाद दिए गए बयान के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे।
हालांकि हमास को आतंकवादी संगठन केवल यूरोपीय देश मानते हैं जो इज़रायल का समर्थन करते हैं। यह भी सत्य है कि हमास ने इज़रायल के आलावा किसी भी देश में किसी भी तरह की कोई गतिविधि अंजाम नहीं दी है। और यूरोपीय देशों के अलावा कोई भी हमास को आतंकवादी संगठन नहीं मानता। यह भी वास्तविकता है कि हमास केवल फ़िलिस्तीन की आज़ादी के लिए लड़ता है जिस पर इज़रायल ने क़ब्ज़ा किया है और वहां के लोगों पर रोज़ अत्याचार करता है।
इज़रायली राजदूत ने हमास के खिलाफ लड़ाई में भारत की प्रतिक्रिया सराहना की। उन्होंने कहा, “भारत दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण नैतिक पहचान वाला देश है और हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं। इस दौरान गिलोन ने जोर देते हुए कहा कि अमेरिका, कनाडा सहित कई देश और यूरोपीय संघ पहले ही हमास को आतंकवादी संगठन घोषित कर चुके हैं। ऐसे में भारत को भी हमास को आतंकवादी संगठन घोषित कर देना चाहिए।
गौरतलब है कि सात अक्टूबर को ग़ज़्ज़ा से हमास के लड़ाकों ने इज़रायली क्षेत्र पर जबरदस्त हमला किया था। इस हमले के बाद से इजरायल और हमास में संघर्ष जारी है। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के अस्तित्व को मिटाने की कसम खाई है। हालांकि ग़ज़्ज़ा पर उनकी बमबारी के बाद इज़रायल में भी उनके विरुद्ध ज़ोरदार प्रदर्शन हो रहा है। इज़रायल के ताबड़तोड़ हमले के कारण इसमें हजारों बेगुनाह फलस्तीनियों ने अपनी जान गंवाई है।
मालूम हो कि तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने बुधवार को कहा कि हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है, बल्कि एक मुक्ति संगठन है जो अपनी जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को कहा कि चरमपंथी संगठन हमास ने जो किया वो ‘अचानक उठाया गया कदम’ नहीं था। जिसपर बवाल मचा हुआ है।