‘INDIA’ सांसदों ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर मणिपुर मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा
मणिपुर हिंसा मामले में विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है, और इस मामले में नियम 267 के तहत चर्चा करना करना चाहता है। साथ ही विपक्ष की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर संसद में बयान दें। इसी कारण संसद की कार्यवाही रोज़ बाधित हो रही है। जबकि केंद्र सरकार की तरफ़ से अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है।
इस से पहले (I.N.D.I.A) के 31 सांसदों ने मणिपुर का दौरा किया था इसी सिलसिले में (I.N.D.I.A) नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) से मुलाकात की। इन नेतओं ने महामहिम से मुलाकात कर उन्हें राज्य (Manipur Violence) के हालात के बारे में अवगत कराया और एक ज्ञापन भी सौंपा। साथ ही विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति से मणिपुर मामले में हस्तक्षेप का भी अनुरोध किया।
बता दें कि (I.N.D.I.A) नेताओं से पहले कांग्रेस नेता और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मणिपुर का दौरा कर चुके हैं। मणिपुर दौरे से पहले भी कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मुलाक़ात कर मणिपुर मामले में हस्तक्षेप आग्रह किया था।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कहा कि हमने राष्ट्रपति को विशेष रूप से मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, पुनर्वास और अन्य स्थितियों के बारे में जानकारी दी। हमने उन्हें बताया कि प्रभावित इलाकों में लोगों के पास खाना और पानी तक नहीं है। बीमार लोगों के लिए इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। साथ ही हमने खास तौर पर उन्हें महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वो इसे जरूर देखेंगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर का दौरा करें और राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर इस घटना पर सरकार चर्चा नहीं करना चाहती है। विपक्ष को संसद मे सम्मान नहीं दिया जा रहा। मेरा माइक कई बार बंद हुआ। यह दर्शाता है कि सरकार डेमोक्रेसी के तहत नहीं चलना चाहती है।