पटना में जन विश्वास महारैली को लेकर “इंडिया गठबंधन” उत्साहित
आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार में “इंडिया गठबंधन” ने 3 मार्च को राजधानी पटना के गांधी मैदान में जन विश्वास रैली का ऐलान किया है। रैली में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लालू यादव के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे। इन नेताओं के अलावा दीपंकर भट्टाचार्य, सीताराम येचुरी और डी राजा भी इस महारैली को संबोधित करेंगे।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी जन विश्वास यात्रा पूरी कर पटना वापस आ चुके हैं। वह 20 फरवरी को जन विश्वास यात्रा पर निकले थे। इस यात्रा में उन्होंने बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर वहां रैलियां की। उनकी यह यात्रा 1 मार्च तक चली।
अब राजद, कांग्रेस और वाम दलों की ओर से 3 मार्च को गांधी मैदान में जन विश्वास महारैली का आयोजन किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले इस महारैली को इंडिया गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख जा रहा है। इसको लेकर राजद, कांग्रेस और वाम दलों ने खूब तैयारियां की है। दावा किया जा रहा है कि इस महरैली में 10 लाख तक लोग आ सकते हैं। इस महारैली के बहाने इंडिया गठबंधन अपनी ताकत दिखाना चाह रहा है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को पटना में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में 3 मार्च को जन विश्वास रैली का ऐलान किया। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 3 मार्च को बिहार आएंगे और पटना में रैली में आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) महासचिव सीताराम येचुरी समेत अन्य नेताओं के साथ मंच साझा करेंगे।
इस महारैली की तैयारियों को लेकर राजद और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लोगों का बिहार के कोने-कोने से पटना आना शुरु भी हो गया है। इसमें आने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए राजद और कांग्रेस ने काफी बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं और कार्यकर्ताओं की पूरी फौज को महारैली की तैयारी में लगा दिया है। पटना सहित राज्य के सभी प्रमुख शहरों एवं कस्बों को तोरणद्वार, होर्डिंग्स, और झंडा-बैनर से सजाया गया है।
जन विश्वास रैली के प्रचार-प्रसार के लिए राजद और कांग्रेस द्वारा प्रचार रथ चलाया जा रहा है। राजद और कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि यह महारैली ऐतिहासिक होने जा रही है। पिछले सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इसमें भीड़ आयेगी। उनके दावे में कितनी सच्चाई है यह तो रविवार 3 मार्च को पता चलेगा लेकिन पटना में राजद, कांग्रेस और वामदलों के कार्यकर्ताओं में इस महारैली को लेकर जबर्दस्त उत्साह दिख रहा है।