भारत और पाकिस्तान की सेनाओ ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी रोकने पर सहमति जताई है, जहां हाल के महीनों में अकसर गोलीबारी होती रही है, जिससे उस इलाक़े की रहने वालों की जाने भी गई हैं ।
दोनों तरफ की सेनाओ ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि दोनों देशों के DGsMO ने सीमाओं पर आपसी फायदे और अमन और सुकून हासिल करने के लिए और साथ ही एक-दूसरे के मुख्य मुद्दों और चिंताओं पर ध्यान देने के लिए ये समझौता किया है
बता दें कि दोनों देशों ने 2003 में भी एलओसी पर युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन हाल के वर्षों में यह संकट गहरा गया था।
भारतीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार नई दिल्ली के एक अधिकारी ने बताया दोनों देशों के बीच एलओसी पर युद्धविराम समझौता सीमा के साथ रहने वाले नागरिकों के लिए भयावह स्थिति को कम करने के उद्देश्य से किया गया था। अधिकारी ने ये भी कहा: “हमें उम्मीद है कि समझौते से एलओसी पर हिंसा का स्तर और तनाव कम हो जाएगा।
अधिकारी ने ये भी बताया कि इस समझौते के बाद भी भारत नियंत्रण रेखा पर तैनाती को कम नहीं करेगा, ताकि कश्मीर घाटी में घुसपैठ या आतंकवाद का आसानी से मुक़ाबिला किया जा सके ।
अब देखना ये है कि इस समझौते का पाकिस्तान कब तक पालन करता है क्योंकि पकिस्तान हर कुछ दिन के बाद उस इलाक़े गोलाबारी करता रहा है