आज की राजनीति में विचारों की अहमियत कम और सत्ता की अहमियत ज्यादा है: राशिद अल्वी
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा के पूर्व सदस्य देवरा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रविवार को अपने इस्तीफे की पेशकश की। जिसके बाद पार्टी में हलचल मची हुई है। उनके पार्टी छोड़ने के बाद तमाम सारे नेताओं के बयान भी सामने आ रही है।
बता दें कि मिलिंद देवड़ा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास पर दोपहर 1.30 बजे पहुंचेंगे। यहां वो एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे और एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना को ज्वाइन करेंगे। मिलिंद देवड़ा के अलावा 10 पूर्व पार्षद, 20 पदाधिकारी, 15 ट्रेड एसोसिएशन और 450 कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे की पार्टी में शामिल होंगे।
मिलिंद देवड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि, ‘‘आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और इसी के साथ पार्टी से मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है। मैं वर्षों तक अटूट समर्थन देने के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं।’’
इस मामले पर कांग्रेस नेताओं की तरफ से प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। इस बीच अब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने बयान दिया है। मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर राशिल अल्वी ने कहा, ‘वे कांग्रेस छोड़ कर चले गए ये अफसोस की बात है। लेकिन मैं ये देख रहा हूं कि ज्यादातर वे लोग जो सरकार में रहे कांग्रेस के जमाने में और युवा रहे वे क्यों छोड़ कर जा रहे हैं इस पर विचार करना पड़ेगा।
एक ही दिन के अंदर आप अपनी विचारधारा कैसे बदल सकते हैं? ऐसा लगता है आज की राजनीति में विचारों की अहमियत कम हो गई है और सत्ता की अहमियत ज्यादा हो गई है।’
वहीं मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर जयराम रमेश ने कहा कि मैं मुरली देवड़ा के साथ काफी सालों तक जुड़ा रहा, जिसे चाव से मैं याद करता हूं। उनके करीबी दोस्त सभी राजनीतिक दलों में थे। लेकिन वो एक कट्टर कांग्रेसी थे। वो हर मुश्किल हालातों में कांग्रेस पार्टी के साथ डटकर खड़े रहते थे। मिलिंद के पार्टी छोड़ने के पीछे की वजह इंडी गठबंधन को बताया जा रहा है। दरअसल मिलिंद मुंबई साउथ सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन इस सीट पर चुनाव लड़ने का उद्धव गुट की शिवसेना ने दावा किया है।