हिंदू धर्म को गाली देना है तो मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लो: गिरिराज
स्वामी प्रसाद मौर्या अपने विवादित बयानों के कारण जाने जाते हैं। विवादित बयानों से उनका पुराना नाता तो नहीं है, लेकिन जबसे वह भाजपा छोड़कर सपा में आए हैं तब से वह लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। उनका मक़सद सपा को फायदा पहुंचाना है या नुकसान, यह सोचने वाली बात है क्योंकि उनके इन बयानों से सपा और विपक्षी पार्टियों को केवल नुक़सान हो रहा है। उनके बयानों पर अखिलेश यादव भी नाराज़गी जाता चुके हैं। जब तक वह भाजपा थे तब तक वह किसी तरह का विवादित बयान नहीं देते थे।
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म के खिलाफ बयान दिया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को धोखा करार दिया। साथ ही नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेने की कोशिश की। उनके विवादित बयानों का सपा में ही विरोध शुरू हो चुका है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सपा की ओर से डिंपल यादव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के इस तरह के बयानों से कोई लेना-देना नहीं है। यह उनके निजी विचार है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ही अपनी नाराजगी जता चुके हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, हिंदू एक धोखा है। वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो बार कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है… जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होती हैं, लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।
बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान पर टिप्पणी करते हुए इंडी गठबंधन को घमंडिया गठबंधन करार दिया। बेगूसराय पहुंचे सांसद ने कहा कि कभी अखिलेश यादव (हिंदू धर्म) के खिलाफ बुलवाते हैं, कभी कभी लालू यादव (Lalu Yadav) और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बुलवाते हैं, कभी कांग्रेस के राहुल स्टालिन की पार्टी से बुलवाते हैं। यह सभी लोग हिंदू धर्म को गाली देते हैं।
गिरिराज सिंह ने आगे कहा, जो लोग हिंदू धर्म को गाली देते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लो… क्योंकि हिंदू धर्म ही सनातन ही और सिख ही भारत के स्वाभिमान का प्रतीक है। भारत का अभिप्राय है।