त्रिपुरा में मुसलमानों की सुरक्षा करके सरकार: मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड
देश में इस्लामोफोबिया और मोहम्मद साहब के अपमान के बढ़ते मामलों के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में सख्त कानून बनाने को कहा है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के संयोजक डॉ. कासिम रसूल इलियास ने इलाहाबाद में भारतीय न्यूज़ चैनल न्यूज़-18 से बात करते हुए कहा कि कानपुर में हुई मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय बैठक के दौरान मोहम्मद साहब के अपमान की बढ़ती घटनाओं को बहुत गंभीरता से लिया गया.और बोर्ड के सदस्यों ने इस्लाम विरोधी बढ़ते चलन पर गहरी चिंता व्यक्त की है.
कासिम रसूल इलियास ने न्यूज़ चैनल को ये भी बताया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड किसी भी धर्म या धार्मिक व्यक्ति का अपमान करने का कड़ा विरोध करता है इसलिए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ईशनिंदा विरोधी कानून बनाना जरूरी है।
बोर्ड के सदस्यों ने कहा कि इस्लामोफोबिया का जहर समाज में तेजी से फैल रहा है। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर इस्लाम विरोधी सामग्री की बाढ़ आ गई है। लेकिन इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन या केंद्र सरकार द्वारा उपद्रवियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की एक बैठक में भी त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी हिंसा के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया और संपत्ति की सुरक्षा की मांग की गई।