कांग्रेस एक्शन मोड़ में, दिगम्बर कामत और माइकल लोबो पर कार्रवाई
महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में बग़ावत की आग में झुलस रही कांग्रेस एक्शन मोड़ में नज़र आ रही है. विधायक माइकल लोबो और दिगंबर कामत को कांग्रेस ने अयोग्य करार देने की मांग की है. कांग्रेस गोवा में विधायकों की ओर से बगावत के सुर उठने के बाद एक्शन मोड़ में नज़र आ रही है. पार्टी ने इससे पहले लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया था.
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर के पास याचिका दायर करते हुए माइकल लोबो और दिगंबर कामत को अयोग्य ठहराने की मांग की है. सत्तारूढ़ भाजपा के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने अपने दोनों विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है.
लोबो और कामत के खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं दायर करने की खबर देते हुए गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित पाटकर ने कहा कि स्पीकर को विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में लोबो को हटाने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया गया था.
अमित पाटकर ने दावा करते हुए कहा कि दोनों विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं दायर की गई हैं क्योंकि उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है. सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला है जिसमें कहा गया है कि कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधि पार्टी की सदस्यता छोड़ने के बराबर है.
वहीँ वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इस पूरे मामले को रहतरपति चुनाव से जोड़ा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया है कि भाजपा के पास राष्ट्रपति चुनाव के लिए विधायकों की कमी है, इसीलिए भाजपा विपक्षी दलों के विधायकों को तोड़ रही है.
भाजपा पर विपक्ष के विधायकों के खिलाफ धन बल और भय की राजनीती करने के आरोप लगाते हुए खड़गे ने कहा कि भाजपा के लोग डरा-धमका कर विधायकों को तोड़ रहे हैं. उन्होंने पहले कर्नाटक, मध्य प्रदेश में भी यही किया है और अब भी कर रहे हैं, पहले भी उन्होंने हमारी सरकार गिराई थी, अब गोवा में अपनी सरकार को मजबूत बनाने के लिए वह और विधायक ले रहे हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनके पास विधायकों की कमी है।