गाज़ियाबाद: ‘हिंदू रक्षा दल’ के गुंडों ने मुस्लिम झोपड़ियों को आग के हवाले किया
गाज़ियाबाद: शुक्रवार की रात ‘हिंदू रक्षा दल’ नामक संगठन से जुड़े शरारती तत्वों ने गाज़ियाबाद में गरीब मुसलमानों को बांग्लादेशी करार देते हुए उनकी झोपड़ियों पर हमला कर दिया। यहाँ रहने वालों को लाठी-डंडों से पीटा गया और कई झोपड़ियों में आग लगा दी गई। शनिवार को इस घटना का वीडियो सामने आने और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
यह घटना गाज़ियाबाद के कोयल नगर इलाके की है। पुलिस ने हमलावरों के इस आरोप को खारिज कर दिया है कि जिन पर हमला किया गया, वे बांग्लादेशी हैं, पुलिस ने बताया कि उनका संबंध शाहजहांपुर से है। जो वीडियो सामने आया है, उसमें देखा जा सकता है कि पिंकी चौधरी नामक शरारती तत्व की अगुवाई में कुछ लोग कच्ची बस्ती में घुस गए, वहाँ लोगों के साथ मारपीट की, तोड़फोड़ मचाई और कई झोपड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
गाज़ियाबाद पुलिस ने हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी समेत 15 से 20 लोगों के खिलाफ मुसलमानों को बांग्लादेशी कहकर मारने पर एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, पिंकी चौधरी और उसके साथी झोपड़पट्टी में घुसकर लोगों के साथ मारपीट की, उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस द्वारा समझाने के बावजूद नहीं माने कि पीड़ितों का संबंध बांग्लादेश से नहीं है। गाज़ियाबाद में पीड़ितों में से कुछ ने सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो में बताया कि उन्हें धर्म पूछकर निशाना बनाया गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
वीडियो के वायरल होने के बाद, गाज़ियाबाद पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पिंकी चौधरी और उसके 15-20 साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने ‘हिंदू रक्षा दल’ के सदस्यों पर गैरकानूनी तरीके से लोगों के साथ मारपीट करने, उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने और झोपड़ियों में आग लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने हमलावरों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया है।
पिंकी चौधरी की धमकी
गौरतलब है कि ‘हिंदू रक्षा दल’ के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने 7 अगस्त को एक वीडियो जारी कर धमकी दी थी कि अगर बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं हुआ तो भारत में मौजूद ‘बांग्लादेशियों’ के खिलाफ भी वैसी ही कार्रवाई की जाएगी। इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही स्थानीय लोगों में डर का माहौल था, जो अब इस हमले के बाद और भी बढ़ गया है।
समाज में फैला डर और चिंताएँ
इस घटना ने स्थानीय मुस्लिम समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। कई लोग अब इस इलाके से पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। इस हमले ने न केवल गाज़ियाबाद बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र के माहौल को झकझोर दिया है। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।इस हमले के बाद गाज़ियाबाद में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस और प्रशासन ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया है और हर संभव कदम उठाने का आश्वासन दिया है ताकि ऐसे सांप्रदायिक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
लेकिन इस तरह की घटना और बर्बरता के बाद यह प्रश्न भी उठता है कि, हिन्दू रक्षा दल के सदस्य कब तक खुल्लम खुल्ला क़ानून की धज्जियाँ उड़ाते रहेंगे? उनके ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाई क्यों नहीं की जाती? उनके घरों पर बुलडोज़र क्यों नहीं चलाया जाता ? क़ानून और सज़ा सबके लिए बराबर है, क्या सरकार इनके घरों पर बुलडोज़र चला कर इस बात का यक़ीन दिलाएगी ? क्या सरकार इस बात का यक़ीन दिलाएगी कि, बुलडोज़र हर अपराधी के घर पर चलेगा न कि एक समुदाय विशेष के घरों पर।