देश की बेटियों के लिए आत्मसम्मान पहले, पदक, सम्मान बाद में: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेसलर विनेश फोगाट का समर्थन करते हुए भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार सुबह अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए विनेश के साथ एकजुटता जताई। राहुल ने इस पोस्ट में लिखा- देश की हर बेटी के लिए आत्मसम्मान पहले है, अन्य कोई भी पदक या सम्मान उसके बाद।
आज क्या एक ‘घोषित बाहुबली’ से मिलने वाले ‘राजनीतिक फायदे’ की कीमत इन बहादुर बेटियों के आंसुओं से अधिक हो गई? प्रधानमंत्री राष्ट्र का अभिभावक होता है, उसकी ऐसी निष्ठुरता देख पीड़ा होती है। बता दें कि, विनेश फोगाट ने देश के शीर्ष पहलवानों के साथ कथित अन्याय के विरोध में चार दिन पहले प्रधानमंत्री को खुला खत लिखकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार त्यागने की घोषणा की थी।
विश्व पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने शनिवार को खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस लौटा दिया। विनेश यह दोनों पुरस्कार पीएम मोदी के घर के बाहर रखना चाहती थी लेकिन पुलिस ने वहां जाने से रोक दिया इसके बाद उन्होंने इन पुरस्कारों को कर्तव्य पथ के बीच रास्ते में रख दिया। फिलहाल कर्तव्य पथ से दोनों पुरस्कारों को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
बता दें कि मंगलवार को एशियाई खेलों की गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस लौटाने के लिए कहा था। विनेश ने कहा कि यह सभी सम्मान निरर्थक हो गए हैं क्योंकि पहलवान न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सारी बातें विनेश ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कही थी।
कुछ दिन पहले ही भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए थे जिसमें बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने संजय सिंह के चुने जाने का विरोध किया था। हालांकि पहलवानों के विरोध को देखते हुए सरकार ने नवनिर्वाचित समिति को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही सरकार ने आईओए से एडहाॅक कमेटी बनाने को कहा था।