किसान आंदोलन, राकेश टिकैत ने फिर भरी हुंकार आंदोलन टला है, खत्म नहीं हुआ किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेताते सहुए कहा है कि मजदूरों और किसानों में बड़ी से बड़ी ताकत को घुटनों पर लाने की शक्ति होती है ।
किसान आंदोलन की यादें ताज़ा बनाए रखने की अपील करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हालिया आंदोलन को जहन में बनाए रखने के लिए अपने अपने घरों में एक पेड़ जरूर लगाएं।
गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 1 साल से भी अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसान आज धरना स्थल को पूरी तरह खाली कर देंगे।
किसान नेता तथा भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर कहा कि यह किसान आंदोलन स्थगित हुआ है खत्म नहीं हुआ है।
राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानून वापस ले जाने के बाद भी किसान नेताओं की केंद्र सरकार से बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि हम उन सभी लोगों का शुक्र अदा करते हैं जो हमारे साथ रहे। हम उन लोगों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने लंगर चलाया। वह ग्रामीण जो हमारे लिए जरूरी सामान लाए। तीन कृषि कानून वापस होने के बाद भी केंद्र सरकार से बातचीत चल रही है। हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। इसे वापस लिया गया है। इसे स्थगित किया गया है।
इससे पहले हरियाणा के जींद में मंगलवार को पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा था कि किसानों और मजदूरों में यह क्षमता होती है कि वह बड़ी से बड़ी ताकत को घुटने पर ले आए। उन्होंने किसान आंदोलन की यादों को ताजा रखने के लिए अपील करते हुए कहा था कि प्रति व्यक्ति अपने घर के आंगन में एक पेड़ लगाए।
याद रहे कि देश भर के किसान पिछले 1 वर्ष से भी अधिक समय से केंद्र सरकार की ओर से पास किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। केंद्र सरकार की ओर से इन कानूनों को वापस लिए जाने के बाद किसान संगठनों ने भी अपना आंदोलन वापस ले लिया है और किसान अपने अपने घरों को लौट रहे हैं।