हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार का एक कारण गुटबाजी हो सकती है: अशोक गहलोत
हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजे के बाद जहां बीजेपी बेहद उत्साहित है, वहीं कांग्रेस पार्टी अप्रत्याशित हार से सकते में है। कांग्रेस हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहरा रही है। कांग्रेस हाई कमान की बैठक में भी ईवीएम का मुद्दा उछला। पार्टी ने टेक्निकल कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। यह कमेटी हरियाणा के पार्टी प्रत्याशियों से ईवीएम से जुड़ी शिकायतों पर मंथन करेगी।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और हरियाणा में कांग्रेस के पर्यवेक्षक रहे अशोक गहलोत ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि नतीजे चौंकाने वाले हैं। साथ ही उन्होंने माना कि हार के कारणों की एक वजह गुटबाजी हो सकती है। गहलोत ने पार्टी की बैठक में राहुल गांधी के बयान पर भी सहमति जताई और कहा कि चुनाव में नेताओं ने व्यक्तिगत हित को पार्टी हित से ऊपर रखा। आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर भी गहलोत ने कहा कि अगर गठबंधन होता तो अच्छा होता।
गहलोत ने कहा, हम इस मामले की गहराई में जाएंगे कि वास्तव में क्या हुआ? देश-दुनिया देख रही थी कि कांग्रेस जीत रही है। प्रदेश के लोग देख रहे थे कि कांग्रेस जीत रही है। कहीं से हारने की खबर तो आ ही नहीं रही थी, चाहे एग्जिट पोल हों या मीडिया… यह परिणाम चौंकाने वाले थे इसलिए इसकी तह में जाना जरूरी है। ईवीएम मशीन को लेकर भी हमने चुनाव आयोग में शिकायत की है। पहली बार हम चुनाव में देख रहे हैं कि इस प्रकार के हालात बनते हैं और परिणाम पलट जाते हैं।
उन्होंने कहा, कई भाजपा नेता भी कह रहे थे कि कांग्रेस जीत रही है। यह सारी बातें तो हैं लेकिन मेरा मानना है कि जब तक आप इस मामले की तह तक न जाएं, तब तक इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है। बड़ी बात ये कि अशोक गहलोत को लगता है कि हरियाणा के चुनाव में हार का असर महाराष्ट्र चुनाव पर भी पड़ सकता है, लेकिन उम्मीद जताई की चुनाव प्रचार शुरू होते ही हालात सुधर जाएंगे।
हरियाणा चुनाव को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की समीक्षा बैठक पर अशोक गहलोत ने कहा कि दोनों नेताओं ने कहा कि इस हार की तह तक जाना होगा कि जीता हुआ चुनाव कैसे हार गए। उन्होंने जाट बनान गैर जाट पर कहा, ”हरियाणा में पहले भी जाट बनाम नॉन जाट हुआ है। शायद इस बार भी हो गया। बीजेपी ने माहौल बनाया और लोग डर गए कि जाटों की सरकार आ रही है।
उन्होंने कहा, ”हमने सभी मुद्दों पर चर्चा की कि गुटबाजी की वजह से हारे, या दलित वोट के जाने से हारे या फिर ईवीएम की वजह से या किसी और कारण से हम हारे। गुटबाजी की वजह से हारे, हुड्डा बनाम सैलजा की वजह से, ये पता लगाया जाएगा। अशोक गहलोत ने कहा, ”वास्तविकता से दूर रखा गया, ऐसा नहीं है, क्योंकि सबको ये फीडबैक था कि चुनाव कांग्रेस जीत रही है। फिर क्यों हार गये, इसका आंकलन होगा।