ईडी की ‘तथाकथित’ छापेमारी एक डकैती थी: विनोद वर्मा

ईडी की ‘तथाकथित’ छापेमारी एक डकैती थी: विनोद वर्मा

बीजेपी जिस राज्य में मुकाबला नहीं कर पाती वहां ईडी और सीडी के जरिए चुनाव लड़ती है। बीजेपी के विरोधी दलों का आरोप है कि चुनाव नजदीक आते ही विपक्षी दलों के नेताओं और उनके सहयोगियों पर दबाव बनाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे पड़ने लगते हैं।

बुधवार को छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर से छापेमारी की है। रायपुर में सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के देवेंद्र नगर स्थित निवास पर दबिश दी। इसके बाद सीएम के ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के भिलाई-3 स्थित निवास पर भी छापेमारी की।

अब इस मामले में प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग छिड़ी हुई है। इस कार्रवाई के विरोध में युवा कांग्रेस ने रायपुर में विनोद वर्मा के घर पर विरोध प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी।

वहीं सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने इस कार्रवाई को डकैती बताया है। साथ ही विनोद वर्मा ने ईडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया, ईडी की ‘तथाकथित’ छापेमारी एक डकैती थी। मेरे घर में जो भी सामान मौजूद था, मैंने उसके सबूत, दस्तावेज़ और सोर्स दिए। फिर भी ईडी को लगा कि सूत्र स्पष्ट नहीं हैं।

विनोद वर्मा ने आगे कहा, मैंने अपने घर से बरामद सोने के सभी बिल पेश कर दिए हैं… फिर भी, ईडी ने यह कहते हुए सारा सोना ले लिया कि सोना कहां से खरीदा गया था यह सत्यापित करने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं है … वे आईपीरी और सीआरपीसी को फिर से परिभाषित कर रहे हैं।

वर्मा ने आगे कहा, मैंने 2005 में पहली बार सोना खरीदा क्योंकि मैं खरीदने लायक तभी हो पाया था, और उसके बाद जितना भी सोना खरीदा इसका एक-एक बिल ईडीके सामने रखा। सिर्फ एक गहने को छोड़कर जो मेरी पत्नी को विवाह के समय मिला था, उसका बिल मेरे पास नहीं है। इसके अलावा पूरे बिल ईडी को दिया है। इसके साथ ही छह ऐसे बिल भी दिए जिसका सोना शादियों में रिश्तेदारों को दिए थे।

उन्होंने आगे कहा कि तमाम बिल दिखाए जाने के बावजूद ईडी सारा सोना जब्त कर ले गई और उनका यही कहना था कि पुख्ता सबूत नहीं दे रहे हैं कि यह सोना कहां से खरीदा गया, जबकि वास्तविकता यह है कि पूरा बिल मैंने उनके सामने पेश किया और उन्होंने जो कागज दिए हैं उसमें भी पूरे बिल और सोने का विवरण दर्ज है।

वर्मा ने बताया कि जब उन्होंने ईडी से यह पूछा कि एक सामान्य व्यक्ति को कितना सोना रखने का अधिकार है तो ईडी के अधिकारी ने कहा कि यह सब आईटी एक्ट में है, ईडी के एक्ट में नहीं है। ईडी के अधिकारी बार-बार यही कहते रहे कि आप मुझे संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं, तो फिर मैने कहा कि संतुष्ट कैसे कर सकता हूॅ, जब मैंने सारे बिल आपके सामने रख दिए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

Related Articles