भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में इब्राहीम रईसी को हमेशा याद किया जाएगा: पीएम मोदी
नै दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।”
ईरान के राष्ट्रपति सहित 9 लोगों की मौत पर भारत के राष्ट्रपति एस जयशंकर ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच. अमीर-अब्दुल्लाहियन के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा लगा। उनके साथ मेरी कई बैठकें याद हैं, सबसे हाल ही में जनवरी 2024 में हुई थी। उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। इस त्रासदी के समय हम ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं।
ईरान के प्रेस टीवी (Press TV) ने जानकारी दी कि विमान दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी के साथ 9 लोग मारे गए। इनमें देश के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर मालेक रहमती, पूर्वी अजरबैजान के शुक्रवार की नमाज के इमाम मोहम्मद अली आले-हाशेम और कई अन्य यात्रियों के साथ ईरान के उत्तरपश्चिम में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए हैं।’
ईरान के राष्ट्रपति के निधन की खबर आने के बाद गवर्नमेंट कैबिनेट की अर्जेंट मीटिंग बुलाई गई है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान का संविधान यह कहता है कि अगर राष्ट्रपति की किसी वजह से मृत्यु हो जाती है तो देश का उपराष्ट्रपति उनका कार्यभार संभालेगा। इसके लिए सर्वोच्च नेता यानी सुप्रीम लीडर से मंजूरी मिलनी जरूरी है। उनकी मंजूरी के बाद उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभालेंगे।
उम्मीद है कि, इब्राहिम रईसी की मौत (हेलीकॉप्टर हादसे में) के बाद ईरान के राष्ट्रपति की गद्दी फिलहाल मोहम्मद मोखबर संभालेंगे। वह देश के अंतरिम अध्यक्ष बनाए गए हैं और वह इस पद पर अगले 50 दिनों तक रहेंगे। ईरान के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति की मौत के बाद उप-राष्ट्रपति को अंतरिम राष्ट्रपति बनाया जाता है, जो कि तब तक के लिए कामकाज संभालता है जब तक अगला राष्ट्रपति नहीं चुन लिया जाता है। देश में अगले राष्ट्रपति के लिए 50 दिन में चुनाव होंगे।