डबल इंजन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को डबल बीमार कर दिया: खड़गे
कानपुर में 180 रोगियों की स्क्रीनिंग में 14 मरीज ऐसे सामने आए हैं, जिनके अंदर हेपेटाइटिस B,C व HIV की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इन मरीजों ने निजी अस्पतालों और सरकारी अस्पतालों में खून चढ़वाया था।
इस घटना पर निशाना साधते हूए विपक्ष ने इसे शर्मनाक घटना बताया है।मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मासूम बच्चों को बीजेपी सरकार के इस अक्षम्य अपराध की सजा भुगतनी पड़ रही है। मोदी जी कल हमें 10 संकल्प लेने की बड़ी-बड़ी बातें सिखा रहे थे, क्या उन्होंने कभी अपनी भाजपा सरकारों की रत्ती भर भी जवाबदेही तय की है?
खड़गे ने एक्स पर लिखा, डबल इंजन सरकार ने हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था को डबल बीमार कर दिया है। यूपी के कानपुर में एक सरकारी अस्पताल में थैलीसीमिया के 14 बच्चों को संक्रमित खून चढ़ा दिया गया, जिससे इन बच्चों को HIV AIDS और हेपेटाइटिस B, C जैसी चिंताजनक बीमारियाँ हो गई हैं। ये गंभीर लापरवाही शर्मनाक है।
दरअसल थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को हर 3 से 4 हफ्ते के बीच खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में कभी-कभी मरीज अपनी सुविधा के अनुसार, जो अस्पताल घर के पास हुआ वहां से खून चढ़वा लेते हैं। उस समय तो मरीज को नहीं पता चलता है, लेकिन बाद में जब संक्रमण फैल चुका होता है तब मरीज को इसकी जानकारी होती है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
कानपुर मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया कि थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों की स्क्रीनिंग हर 3 से 4 महीने के बीच में की जाती है। स्क्रीनिंग में देखा जाता है कि उन मरीजों में कितना सुधार हो रहा है या फिर कोई अन्य बीमारी तो नहीं अटैक कर रही है।
इस स्क्रीनिंग में ही 14 लोगों में संक्रमित होने की बात सामने आई है। डॉ. आर्या ने बताया कि सात मरीजों में हेपेटाइटिस B और पांच मरीजों में हेपेटाइटिस C और दो मरीजों में HIV संक्रमण की पुष्टि अभी तक हुई है।