दिल्ली के बत्रा अस्पताल (Batra Hospital) के आईसीयू में भर्ती आठ कोविद मरीजों की शनिवार दोपहर को मौत हो गई है, अस्पताल के अधिकारियों ने इन हताहतों को ऑक्सीजन की कमी से जोड़ा।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार जब अस्पताल के निदेशक डॉ एससीएल गुप्ता से पूछा गया कि क्या मौतें आईसीयू में ऑक्सीजन की कम आपूर्ति के कारण मृत्यु हुई हैं? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा “बेशक… अगर अस्पताल आधे घंटे बिना ऑक्सीजन के चलेगा तो इस तरह की मौतें होंगीं । ”
बता दें कि अस्पताल में 327 मरीज हैं, जिनमें से 48 क्रिटिकल केयर यूनिट में हैं। ऑक्सीजन की आपूर्ति के घटते स्तर को देखते हुए शनिवार दोपहर से ही इसे बढ़ा दिया गया है। दोपहर करीब 12 बजे अस्पताल ने दावा किया कि उसके पास ऑक्सीजन नहीं बची है जिसके बाद दोपहर 1.35 बजे के करीब एक ऑक्सीजन टैंकर अस्पताल पहुंचा लेकिन तक तक काफी देर हो चुकी थी. अस्पताल की तरफ से जारी बयान में बताया गया है, ”हमें समय पर ऑक्सीजन नहीं मिली, दोपहर 12 बजे ही हमारी ऑक्सीजन खत्म हो चली थी और हमें डेढ़ बजे सप्लाई मिली. हमने जिंदगी गंवा दी हैं, जिसमें हमारे अपने एक डॉक्टर थे.”
उधर दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत पर एक तरफ दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही थी, जिसमे दिल्ली सरकार ने हाई कोर्ट में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा हमारे टैंकर्स को भरने में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है।
दिल्ली सरकार ने कहा कि सप्लायर्स किसी दबाव में काम कर रहे हैं, हमको रोज Oxygen के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, रोहिणी में जयपुर गोल्डन अस्पताल के ICU में भर्ती 20 लोगों की मौत उस समय हो गई थी जब वहां पर ऑक्सीजन का स्तर गिर गया। दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष अस्पताल ने दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन पहुंचाने में देरी के लिए दोषी ठहराया था।