निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे श्रवण निषाद को जान से मारने की धमकी
उत्तर प्रदेश: लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश मिली करारी शिकस्त के बाद संठगन और सरकार के बीच रार थमने का नाम नहीं ले रही है। यूपी में बदलती सियासत के बीच एक और बड़ा विवाद सामने आया है। यही नहीं, समाजवादी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दल भी यूपी सरकार पर हमलावर हैं, एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच अब एक और बीजेपी के विधायक श्रवण निषाद को जान से मारने की धमकी मिली है। इसके बाद सियासत और गरम हो गई है।
भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह के बाद यह दूसरे विधायक का आरोप है। बता दें कि दोनों विधायक सीएम योगी की कर्मभूमि गोरखपुर जिले से ही विधायक हैं। विधायक श्रवण निषाद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। विधायक ने कहा कि मेरी जान को खतरा होने के बावजूद प्रशासन ने सुरक्षा हटाई है। सुरक्षा हटाकर प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है। मुझे पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उनके बेटे श्रवण को पहले भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसकी उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इसके बाद सरकार ने उनकी जान को खतरा देखते हुए सुरक्षा दी थी, लेकिन बाद में हटा ली गई। उन्होंने इसे लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ से बातचीत भी की थी। इसके बाद भी अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
चौरी चौरा से विधायक श्रवण निषाद को पहले भी 2022 में जान से मारने की धमकी मिली थी। 2022 में विधायक के समर्थक सुधीर के पास एक कॉल आया था। कॉल में बात करने वाले ने कहा था कि मैं जेल से धर्मवीर यादव बोल रहा हू। चौरी चौरा के विधायक की हत्या करवाना चाह रहे है। सुधीर के जानकारी देने पर विधायक श्रवण निषाद ने तीन सितंबर की रात चौरी चौरा थाने में धर्मवीर यादव के खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही चौरी चौरा के विधायक श्रवण निषाद की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इसी बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा कि ये गोरखपुर की स्थानीय लड़ाई है। योगी जी की लोकसभा सीट पर ही उनके भाई प्रवीण निषाद जीते थे। अच्छा है इसी बहाने जनता के सामने सब खुलकर आ रहा है।