पेपर लीक के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के भिन्न भिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया

पेपर लीक के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का देश के भिन्न भिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन

विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और टेस्टों के पेपर लीक और अनियमितताओं के खिलाफ देश भर में छात्रों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां खुलकर इस मामले में छात्रों का साथ दे रही हैं। इसी के तहत शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया और छात्रों की मांगों को सरकार के सामने रखा। कांग्रेस ने मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा में पेपर लीक और धांधली का आरोप लगाते हुए नीट परीक्षा को रद्द करने और केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की। साथ ही पार्टी ने मांग की कि पेपर लीक रोकने के लिए कानून बनाया जाए और ताजा मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराई जाए।

कहां-कहां विरोध प्रदर्शन हुआ?
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और प्रमुख नेताओं ने कर्नाटक, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, बंगाल, उत्तराखंड, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, असम, ओडिशा और अन्य स्थानों पर कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाइयों ने नीट में धांधली के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रभावित छात्रों के लिए न्याय की मांग की। महाराष्ट्र के कई शहरों में कांग्रेस पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया जिनमें मुंबई, ठाणे, नागपुर, पुणे, यवतमाल, सोलापुर, नासिक, औरंगाबाद, जलना, परभणी, अमरावती और अन्य शहर शामिल हैं।

पेपर लीक पर सरकार की आलोचना
कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि मोदी सरकार पेपर लीक करने वाली सरकार बन गई है। यह सरकार देश के युवाओं के भविष्य से खेल रही है और उनकी ज़िंदगियों को अंधेरे में धकेल रही है। कांग्रेस ने छात्रों के साथ खड़े होने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि हर छात्र को न्याय मिले। पार्टी ने कहा कि मोदी सरकार ने लाखों छात्रों के सपने चकनाचूर कर दिए हैं लेकिन यह अन्याय जारी नहीं रहने देंगे। हम सरकार को आइना दिखाते रहेंगे।

7 साल में 70 पेपर लीक का दावा
छत्तीसगढ़ के शहर रायपुर में हुए विरोध प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए। उन्होंने नीट में धांधली के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बघेल ने कहा कि मोदी सरकार में बढ़ती हुई भ्रष्टाचार की वजह से छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है। यह सरकार पेपर लीक रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। इसलिए छात्रों की मांग को स्वीकार किया जाए और नीट परीक्षा को रद्द करके सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच कराई जाए। उन्होंने इस दौरान यह दावा किया कि पिछले 7 साल में मोदी सरकार में 70 पेपर लीक हुए हैं जो हैरान करने वाला है।

प्रियंका गांधी ने भी की आलोचना
कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले पांच साल में देश में भर्ती के 43 परीक्षाओं के पेपर्स लीक हो चुके हैं। बीजेपी के शासनकाल में पेपर लीक हमारे देश का राष्ट्रीय समस्या बन गया है जिसने अब तक करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। हमारे पास युवाओं की सबसे ज्यादा आबादी है जो कि हमारा संपत्ति है लेकिन बीजेपी सरकार हमारे युवाओं को कुशल और सक्षम बनाने के बजाय उन्हें कमजोर कर रही है।

धर्मेंद्र प्रधान के निवास पर विरोध प्रदर्शन
दिल्ली में यूथ कांग्रेस ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि नीट को तुरंत रद्द किया जाए ताकि छात्रों को न्याय मिल सके। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा में धांधली के जरिए छात्रों और देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

Related Articles