खुले मन और बंद मुंह से सीट शेयरिंग पर बात आगे बढ़ाएगी कांग्रेस: जयराम रमेश
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में सीट शेयरिंग को लेकर पेच फंसा हुआ है। इस पर अब तक गठबंधन के घटक दल कोई फॉर्मूला नहीं बना सके हैं। अगले हफ्ते तक इसे लेकर कुछ हद तक तस्वीर साफ होने के आसार हैं। राजधानी में विपक्षी अलायंस की पिछली बैठक में सीट शेयरिंग का मुद्दा सबसे ऊपर रहा था।
सीट शेयरिंग को लेकर जारी कवायद के बीच कांग्रेस की ओर से बड़ा बयान आया है। इसमें उसने बंद अल्फाजों में संकेत दिए हैं कि इसे लेकर उसका रुख क्या रहने वाला है। उसने ‘खुले मन और बंद मुंह’ से सीट शेयरिंग पर बात आगे बढ़ाने को बोला है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख साफ कर दिया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ”सीट शेयरिंग में बातचीत होगी। जो कुछ करना होगा, हम करेंगे। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग परिस्थितियां हैं, उन्हें मद्देनजर रखते हुए सीट शेयरिंग की बात चल रही है।
जयराम रमेश के बयान से साफ है कि इस मुद्दे पर अलग-अलग दलों में एकराय बनाना आसान नहीं है। तमाम क्षेत्रीय दल कांग्रेस से इसे लेकर ‘मुश्किल’ मोलतोल करेंगे। पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कांग्रेस से अपेक्षा की जाएगी कि वह ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कुर्बानी दे। इन राज्यों में क्षेत्रीय या दूसरे विपक्षी दलों का दबदबा है।
पंजाब की भी यही स्थिति है। राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) चाहेगी कि वह ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े। इसी तरह बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर गणित मुश्किल में पड़ेगा। टीएमसी बंगाल में खुद को सबसे बड़ी चुनौती समझती है। वह कांग्रेस की झोली में कम से कम सीटें देने की कोशिश करेगी।
यूपी का उदाहरण लें तो समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) जैसी पार्टियां भी I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल हैं। इन पार्टियों को लगता है कि वे कांग्रेस से कहीं ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। ऐसे में कांग्रेस को यहां ज्यादा सीटें मिलने की अपेक्षा नहीं है।
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद कांग्रेस ने इंडिया अलायंस में शामिल दलों के साथ सीट-बंटवारे पर चर्चा करने के लिए पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन किया था। इस समिति ने सीट बंटवारे से पहले अलग-अलग प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने का फैसला किया है। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद कमेटी जनवरी के पहले हफ्ते में सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर फाइनल बात करेगी।
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर कांग्रेस ने 19 दिसंबर को 5 सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति की अध्यक्षता मोहन प्रकाश करेंगे। समिति में दो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और मुकुल वासनिक को भी इसका हिस्सा बनाया गया है।