समस्तीपुर में खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी पर भड़की कांग्रेस
नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को चुनाव अधिकारी निशाना बना रहे हैं और दावा किया कि बिहार के समस्तीपुर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई। जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं को ‘स्वतंत्र रूप से’ घूमने की इजाजत दी जा रही है।
समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र के जितवारपुर हाउसिंग बोर्ड मैदान में आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच स्थानीय CO और मुफस्सिल थानाध्यक्ष के नेतृत्व में उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई। हालांकि, तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला।
समस्तीपुर में हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर लैंड करने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे मंच पर चले गए। सभी शुरू हो गई कि तभी क्षेत्र की सीओ सलोनी कर्ण हेलीपैड पर पहुंची। इसके बाद प्रशासन की टीम ने हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई। इस पूरी कार्रवाई का कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वीडियो बना लिया और फिर हंगामा शुरू हो गया।
इस मामले पर सदर एसडीओ दिलीप कुमार ने बताया कि सबसे पहली बात कि चुनाव आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार यह कार्रवाई की गई। दूसरी बात समस्तीपुर में जो भी आया उसकी तलाशी ली गई। सभी नेताओं के हेलिकॉप्टर की भी तलाशी ली गई। इसकी सभी रिपोर्ट आयोग को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व में लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जैसे नेताओं के हेलिकॉप्टर की भी तलाशी ली जा चुकी है।
कांग्रेस नेता राजेश राठौड़ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश में दावा किया, ‘केरल में राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई और अब बिहार के समस्तीपुर में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई है। राठौड़ ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘निर्वाचन आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या कांग्रेस नेताओं के हेलीकॉप्टरों की ऐसी जांच नियमित है और अगर नियमित है तो क्या राजग के शीर्ष नेताओं की भी इसी तरह की जांच की गई है।
उन्होंने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को ऐसी सभी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए, अन्यथा यह माना जाएगा कि चुनाव निकाय केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहा है और राजग के नेताओं को खुला घूमने दे रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि निर्वाचन आयोग को उन सभी नेताओं के वीडियो सामने लाने चाहिए जिनकी जांच की गई है।