सांप्रदायिक ताकतें षड्यंत्र रचने में जुटी हुई हैं: अखिलेश यादव
टीएमसी रैली: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने धर्मतला की रैली में भाग लेते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। रविवार को उन्होंने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी क्योंकि ‘‘सांप्रदायिक ताकतों’’ को भले ही कुछ समय के लिए सफलता मिल सकती है, लेकिन अंततः उनकी हार होगी।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित रैली में अखिलेश यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार जल्द गिरने वाली है। यह सरकार कुछ दिनों के लिए ही सत्ता में आई है। अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपना विश्वास जनता पर से खो दिया है। अब उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, ऐसी सांप्रदायिक ताकतें किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना चाहती हैं, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। अखिलेश यादव इस रैली में लोकसभा चुनाव परिणाम की भी चर्चा करते दिखे। उन्होंने उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदर्शन की चर्चा की। सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बंगाल की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को बैक फुट पर धकेल दिया है।
सपा नेता ने कहा, ‘‘केंद्र में सांप्रदायिक ताकतें साजिशें रच रही हैं और देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जो ताकतें देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटना चाहती हैं, उन्हें भले ही कुछ समय के लिए सफलता तो मिल सकती है, लेकिन अंत में वे पराजित होंगी। ऐसी सांप्रदायिक ताकतें किसी भी कीमत पर सत्ता में रहना चाहती हैं।
सपा मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने धर्मतला की रैली से मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला किया। उन्होंने कहा कि यह जो कुछ दिन के लिए सत्ता में आए हैं, इन्हें जाना होगा। यह बस कुछ दिन के मेहमान हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि दिल्ली की सरकार चलने वाली नहीं है। यह सरकार गिरने वाली है। हम एक दिन देखेंगे कि यही सरकार गिरेगी। हमारे- आपके लिए खुशियों के दिन आएंगे।
अखिलेश यादव के इस बयान को कांवड़ यात्रा के दौरान रूट पर दुकानदारों के नेम प्लेट विवाद से जोड़कर भी देखा जा रहा है। दरअसल, यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांवड़ यात्रा रूट पर आने वाले दुकानदारों को नेम प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसको लेकर यूपी की राजनीति में जबरदस्त बवाल मचा हुआ है।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से शहीद दिवस रैली का आयोजन धर्मतला में किया गया। इसमें तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को भी आमंत्रित किया। ममता बनर्जी इस रैली के जरिए पश्चिम बंगाल में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही हैं। पश्चिम बंगाल के राजनीतिक मैदान में ममता बनर्जी ने अपनी ताकत का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में किया। अब उनकी तैयारी विधानसभा चुनाव को लेकर शुरू हो गई है।