नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुराने क़ानूनों को खत्म करने और कारोबार के लिए व्यवस्था आसान बनाए जाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि मजबूत आर्थिक वृद्धि प्राप्त करने के लिए केंद्र और राज्यों को एक साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है
पीएम मोदी ने नीति आयोग (NITI Aayog) की संचालन परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि निजी क्षेत्र को भी सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान में भाग लेने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए.
उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा: ‘‘अगर आर्थिक वृद्धि हासिल करना है और देश को प्रगति की तरफ ले जाना है तो साथ मिल कर काम करना होगा साथ ही आर्थिक प्रगति के लिए सरकार को निजी क्षेत्र का सम्मान करना होगा और उसे समुचित प्रतिनिधित्व भी देना होगा.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि जिस तरह से इस बार बजट का स्वागत हुआ है इससे इस बात का संकेत मिलता है कि देश विकास की राह पर अधिक तेजी से आगे बढ़ना चाहता है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहलों से हर किसी को राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करने का अवसर मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र के बारे में बात करते हुए कहा कि तिलहन जैसे उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि खाद्य तेल आदि के आयात पर निर्भरता कम हो. और खाद्य वस्तुओं के आयात पर खर्च होने वाला धन किसानों के खाते में जाए .उन्होंने कहा: “किसानों को दिशा दे कर ही इसे हासिल किया जा सकता है.”