2024 से पहले मुसलमानों को ‘मोदी दोस्त’ बनाने की बीजेपी की मुहिम
2024 से पहले बीजेपी ने मुसलमानों को ‘मोदी दोस्त‘ बनाने की मुहिम शुरू की है। इस मुहिम की शुरुआत देवबंद से की गई है। देवबंद में आयोजित इस कार्यक्रम में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने ऐसे लोगों को प्रमाणपत्र दिए जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा और पहल को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने में सक्रिय रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी हर मोर्चे पर तैयारी कर रही है, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय को लुभाने की भारतीय जनता पार्टी की कोशिश अहम है।
इसी सिलसिले में बीजेपी अल्पसंख्यकों तक पहुंच बनाने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू करने जा रही हैं। गुरुवार 22 जून को एक कार्यक्रम में बीजेपी ने यूपी के देवबंद में करीब 150 मुसलमानों को ‘मोदी दोस्त’ सर्टिफिकेट दिए। “मोदी मित्र” के इस कार्यक्रम में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के अलावा यूपी के पीडब्ल्यूडी मंत्री और विधायक विजेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
दरअसल, देवबंद का यह इलाका सहारनपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा सहारनपुर लोकसभा जैसी करीब 65 सीटों पर 3.25 लाख मोदी मित्र बनाकर अल्पसंख्यक मोर्चे को राजनीतिक तौर पर मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
गौरतलब है कि देवबंद दारुल उलूम की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है और यह शहर मुसलमानों के दिलों में खास अहमियत रखता है. देवबंद में आयोजित कार्यक्रम में उन लोगों को भी आमंत्रित किया गया था जो केंद्र सरकार के अन्य कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए हैं। भाजपा ने अल्पसंख्यकों तक पहुंचने और उनका समर्थन हासिल करने के लिए इस साल जनवरी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। बीजेपी द्वारा शुरू किया गया यह कार्यक्रम उसके नए मिशन का हिस्सा है।
इस मिशन के तहत बीजेपी प्रधानमंत्री मोदी के संदेश और कल्याणकारी योजनाओं को अल्पसंख्यकों तक पहुंचाने के लिए एक समर्थन आधार तैयार करना चाहती है। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने अपने कार्यक्रम के लिए देश भर में 65 लोकसभा क्षेत्रों का चयन किया है। ये 65 लोकसभा क्षेत्र 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में अल्पसंख्यक आबादी 30% से अधिक है। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने इन लोकसभा क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 4 महीने का आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि ये बीजेपी कैडर के अलावा अल्पसंख्यकों तक पहुंचने की कोशिश है। इनमें वकील, अकाउंटेंट, मीडियाकर्मी, प्रोफेसर, डॉक्टर और अन्य पेशेवर शामिल हैं जो भाजपा का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के काम की सराहना करते हैं।