अबोहर के विधायक अरुण नारंग (Arun Narang) के साथ हुई मारपीट के मामले में पंजाब पुलिस ने मलोट के चार किसानों को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद एफआईआर (FIR) को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को मलोट के बठिंडा चौक पर किसानों ने एक दिन धरना दिया था। लेकिन पुलिस अधिकारियों के वहां पहुंचने और मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन देने के बाद किसानों ने शाम करीब 7:30 बजे धरना खत्म कर दिया था ।
बता दें कि विधायक के साथ मारपीट के मामले में मुक्तसर पुलिस ने रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया था और शनिवार को मलोट शहर में भाजपा विधायक पर से हमले के सिलसिले में 23 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
धरना कर रहे किसानों का कहना है कि प्रीप्लान हमला किया गया और बाद में उसके दोष किसानों पर डाला जा रहा है । इस धरने वाले दिन लगभग नौ घंटे तक मुक्तसर, बठिंडा, अबोहर और डबवाली की ओर आवागमन बाधित रहा। साथ ही किसानों का कहना है कि भाजपा उन पर पिछले कई महीने से “मानसिक हमला” कर रहे है ।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एसपी राजपाल सिंह हुंदल का कहना है कि उसके आगे कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा किसानों ने पूरे दिन धरना दिया, लेकिन देर शाम उठा लिया। हमने उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। हम किसी को गिरफ्तार नहीं करने जा रहे हैं विधायक की हत्या और हमले की कोशिश के मामले में हमारी जांच चल रही है। ”
बता दें कि रविवार को गिरफ्तार चारों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया जिसके बाद उन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।