कांग्रेस के खिलाफ भाजपा ने अलगाववादी संगठन से हाथ मिलाया

कांग्रेस के खिलाफ भाजपा ने अलगाववादी संगठन से हाथ मिलाया

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 38 सीटों के लिए 28 फरवरी को मतदान होगा जबकि बाकी बची 22 सीटों के लिए 5 मार्च को दूसरे चरण में मतदान किया जाएगा।

कांग्रेस को हराने के लिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अलगाववादी प्रतिबंधित संगठन कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन से सांठगांठ की है। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक बार फिर सत्ता पाने के लिए जी जान से जुटी भाजपा के समर्थन में प्रतिबंधित संगठन कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ने फरमान जारी करते हुए मतदाताओं को आदेश दिया है कि भाजपा के पक्ष में मतदान करें।

अलगाववादी संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जिसने उसके आदेश का पालन नहीं किया तो उसे कुकी जनजातीय लोगों के खिलाफ माना जाएगा। पिछले 33 वर्षों से कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन मणिपुर से अलग पृथक राज्य की मांग के लिए संघर्ष कर रहा है।

केएलओ ने अलग राज्य के गठन के लिए अपनी हथियारबंद सेना का गठन किया है और बंदूक के दम पर अलग राज्य के लिए संघर्ष कर रहा है। केएलओ के अनुसार केंद्र की भाजपा सरकार ने वादा किया है कि अगर मणिपुर में इस बार भाजपा की फिर से सरकार बनती है तो 5 वर्षो के अंदर अंदर उनकी मांग पर बातचीत के जरिए समाधान निकाला जाएगा।

कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा जारी किए गए आदेश और धमकी के माध्यम से बीजेपी के पक्ष में मतदान कराने की बात को किसी भी जनतंत्र में सराहा नहीं जा सकता है। ऑल ट्राईबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने इस आदेश का विरोध करते हुए कहा है कि मतदाताओं को डरा धमका कर किसी एक दल के पक्ष में मतदान करवाना निष्पक्ष चुनाव की राह में बाधा है।

बता दें कि असम, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम और मेघालय में भी कुकी जनजाति के लोग रहते हैं। मणिपुर में 30% मतदाता कुकी जनजाति से संबंधित हैं। कहा जा रहा है कि मणिपुर के स्थानीय भाजपा नेता कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन के संपर्क में थे जिन्हें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का आशीर्वाद भी हासिल था।

बुधवार को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार विभिन्न कुकी जनजाति के संगठनों के साथ बातचीत करते हुए उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप अगले 5 वर्षों में इस गतिरोध का समाधान तलाशेगी। कहा जा रहा है कि इस संगठन के इस विवादित फरमान और धमकी के बाद राज्य में भाजपा की जीत की संभावना बढ़ गई है। इससे पहले सर्वेक्षणों में राज्य में त्रिंशुक विधानसभा की आशंका जताई जा रही थी।

बता दें कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 15 वर्षों तक सत्ता में रहने वाले कांग्रेस 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। भाजपा को इस चुनाव में 21 सीटें हासिल हुई थी। भाजपा ने नागा पीपुल्स फ्रंट और नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इन दोनों दलों के 4-4 विधायक के साथ भाजपा को एकलौते निर्दलीय विधायक और लोक जनशक्ति पार्टी के एक विधायक का साथ मिला था। बाद में कांग्रेस के 13 विधायक ही पाला बदल कर भाजपा में चले गए थे।

कुकी जनजाति पर गहरी पकड़ रखने वाले कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन की ओर से इस फरमान और धमकी के बाद एक बार फिर राज्य में भाजपा की जीत की संभावना काफी अधिक हो गई है। कहा जा रहा है कि कुकी मतदाताओं के समर्थन से भाजपा बहुमत हासिल करने में सफल रहेगी।

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