बीजेपी ने हरियाणा में शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है: भूपेंद्र हुड्डा
हरियाणा की राजनीति में मंगलवार को हुए एक नाटकीय घटनाक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और इसके कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी विधायक सुभाष सुधा और जेपी दलाल ने घोषणा की कि सैनी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे।
हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन और जेजेपी के साथ गठबंधन टूटने पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने नैतिक रूप से अपनी हार स्वीकार कर ली है। लोगों ने कांग्रेस सरकार बनाने का फैसला कर लिया है।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा में शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। बीजेपी-जेजेपी गठबंधन एक ‘ठगबंधन’ था। राष्ट्रपति शासन लागू कर विधानसभा चुनाव कराया जाना चाहिए। दरअसल, हरियाणा में मुख्यमंत्री को ऐसे समय में बदला गया है, जब लोकसभा चुनाव की घोषणा होने में कुछ ही दिन बचे हैं।
उन्होंने मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से संबंधित घटनाक्रम का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि सत्ता विरोधी माहौल से बचने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने ‘मिलीभगत’ के तहत यह सब किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और जजपा का गठबंधन विफल रहा तथा यह किसी नीति पर आधारित नहीं था। हुड्डा ने कहा, ‘‘जो वादे किए गए थे, वो पूरे नहीं हुए। इनके घोषणापत्र की एक भी बात लागू नहीं हुई। उन्होंने दावा किया, ‘‘सत्ता विरोधी माहौल से बचने और लोगों का ध्यान दूसरी ओर आकर्षित करने के लिए यह सब किया गया है। यह इनकी मिलीभगत है।’’
जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि आज की मीटिंग में जो भी निर्णय हुआ,वो कल हिसार की रैली में बताएंगे। दुष्यंत चौटाला ने अपनी सिक्योरिटी और गाड़ियों का काफिला वापस भेज दिया है।