भाजपा नेता के बिगड़े बोल , आँख उठाई तो निकाल लेंगे, हाथ काट डालेंगे हरियाणा में किसानों द्वारा कथित रूप से बंदी बनाए गए भाजपा नेता पर बयान देते हुए सांसद ने किसानों को धमकी दी है।
भाजपा नेता ने कथित रूप से बंदी बनाए गए भाजपा नेताओं के मामले पर विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि अगर किसी ने भाजपा नेताओं की तरफ आंख भी उठाई तो आंख निकाल लेंगे और हाथ उठाया तो हाथ काट दिया जाएगा।
हरियाणा के रोहतक में किलोई गांव के प्राचीन शिव मंदिर में ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बंधक बना लिया था। भाजपा के नेताओं को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद से ही हरियाणा में राजनीतिक विवाद गहरा गया है।
भाजपा नेताओं ने इस घटना के बाद से ही विरोध प्रदर्शन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पुतला जलाया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं समेत विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे वरिष्ठ सांसद अरविंद शर्मा ने इस घटना को भूपेंद्र हुड्डा की साजिश बताते हुए धमकी देते हुए कहा कि अगर किसी ने भाजपा नेताओं की तरफ आंख भी उठाई तो आंख निकाली जाएगी और हाथ उठाया तो हाथ भी काट दिया जाएगा।
#WATCH | Congress&Deepender Hooda should listen
that if anyone dares to look towards Manish Grover (BJP leader) then we'll take their eyes out. If they put hands on him then their hands will be chopped off: BJP MP Dr Arvind Sharma in Haryana's Rohtak on yday's incident at Kiloi pic.twitter.com/RhhZuq0PGL— ANI (@ANI) November 6, 2021
भाजपा नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में चल रही गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रोहतक से भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने जब यह भड़काऊ बयान दिया तो उस वक्त पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सहित भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
याद रहे कि कल ग्रामीणों ने भाजपा नेता मनीष ग्रोवर को भी बंधक बना लिया था। भाजपा सांसद ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता पाने के लिए साजिश रच रही है लेकिन वह भूल जाए, अगले 25 साल तक कांग्रेस सत्ता में आने वाले नहीं है। हालिया उपचुनाव में जैसे कांग्रेस की जमानत ज़ब्त हुई है उसी तरह आने वाले चुनाव में भूपेंद्र हुड्डा को भी अपने क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ेगा।
आपको बता दें कि कल किसानों ने बीजेपी नेताओं को बंधक बना लिया था जिसमें मनीष ग्रोवर भी शामिल थे। किसानों की मांग थी कि बीजेपी नेताओं को माफी मांगना चाहिए। कई घंटे तक चले घटनाक्रम में ग्रामीणों ने भाजपा नेताओं को तभी रिहा किया था जब उन्होंने माफी मांगी थी लेकिन भाजपा को इस घटनाक्रम में कांग्रेस की साजिश नजर आ रही है एवं उसके नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और भड़काऊ बयान दे रहे हैं।