टिकट नहीं मिलने से नाराज, 8 विधायकों ने छोड़ा केजरीवाल का साथ
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के दिग्गज नेता प्रचार अभियान में जुटे हैं। इसी बीच कई मौजूदा विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। आप’ के आठ विधायकों ने बैक टू बैक पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। बताया जा रहा कि सभी विधायक इस बार टिकट नहीं मिलने से नाराज थे।
केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने वालों में राजेश ऋषि, नरेश यादव, भावना गौड़, रोहित महरौलिया, बीएस जून, मदन लाल, पवन शर्मा और गिरीश सोनी शामिल हैं।
सभी ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और स्पीकर को पत्र लिखकर विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी। महरौली विधानसभा से आप के विधायक नरेश यादव ने पार्टी से इस्तीफा दिया। उन्होंने यह कदम टिकट काटे जाने के बाद उठाया। इस्तीफा देने के साथ ही नरेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए अपने क्षेत्रवासियों को इस निर्णय की जानकारी दी।
वोटिंग से ठीक पहले जिस तरह ये विधायक AAP से अलग हुए उससे अरविंद केजरीवाल की टेंशन बढ़ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली में पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव की वोटिंग है। 8 फरवरी को नतीजे आएंगे।
आम आदमी पार्टी नेतृत्व की रणनीति यही है कि एक बार फिर दिल्ली में उनकी सरकार बने। इसी रणनीति के चलते पार्टी ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार बदल दिए। आप नेतृत्व और पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने करीब दो दर्जन सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए। इनमें कई मौजूदा विधायकों के टिकट भी काट दिए गए।
नरेश यादव ने इस्तीफा देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन से हुआ था, जिसका उद्देश्य भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को समाप्त करना था। हालांकि, उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि अब आम आदमी पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है, जो पहले कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी थी।
उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैंने आम आदमी पार्टी को ईमानदारी की राजनीति के लिए ज्वाइन किया था, लेकिन अब पार्टी में कहीं भी ईमानदारी नजर नहीं आ रही। महरौली विधानसभा में पिछले 10 सालों से मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया और वहां के लोग जानते हैं कि मैंने हमेशा अच्छे व्यवहार और काम की राजनीति की है।”