यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन बरक़रार रहेगा: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। समाजवादी पार्टी ने 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिये हैं। सपा उम्मीदवारों के ऐलान के बाद यह कयास लगने लगे थे कि क्या उपचुनाव में समाजवादी पार्टी-कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी? कांग्रेस और सपा ने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव यूपी में साथ मिलकर लड़ा था। इन सबके बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी और विपक्ष के ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की सहयोगी कांग्रेस का गठबंधन बरक़रार रहेगा।
दरअसल समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की तो सियासी हलचल तेज हो गई। कांग्रेस के ओर से कहा गया कि अभी तक गठबंधन में सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं हुई है। कांग्रेस के इस बयान ने सियासत को नया रंग दे दिया जिसके बाद तमाम तरह की अटकलें शुरू हो गई थीं। लेकिन अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन सवालों का जवाब दिया है जिसपर बीते करीब 24 घंटे से सस्पेंस बना हुआ था।
अखिलेश यादव ने इटावा के सैफई में अपने पिता मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस से गठबंधन जारी रहने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘आज समय नहीं है इस पर चर्चा का। मगर जहां तक इंडिया गठबंधन का सवाल है तो मैं कहना चाहूंगा कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन रहेगा।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने बुधवार को छह प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। सपा ने करहल विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ विधानसभा सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझवा विधानसभा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है।
फूलपुर और मझवां दोनों वो सीटें है, जिसपर कांग्रेस दावा कर रही थी। उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। रिक्त हुई 10 सीटों में से पांच सीटें- सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी सपा के पास थी। वहीं, फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पास थी। बता दें कि कांग्रेस ने उपचुनाव में 5 सीटों की मांग रखी थी।