वायनाड भूस्खलन त्रासदी में अब तक 93 लोगों की मौत, केरल में दो दिन का राजकीय शोक
केरल: वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। अब तक 93 लोगों की मौत हो चुकी है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। घटना देर रात 2 बजे की है। रेस्क्यू के लिए SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है।
कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू के लिए भेजे गए, लेकिन बारिश के चलते उन्हें कोझिकोड लौटना पड़ा। सेना की स्पेशल डॉग यूनिट के ट्रेंड डॉग्स, जिनमें बेल्जियन मैलिनोइस, लैब्राडोर और जर्मन शेफर्ड जैसी नस्लें शामिल हैं, वायनाड में भूस्खलन प्रभावित मेप्पाड़ी के लिए रवाना किए गए हैं। इधर, केरल सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उनके कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा कि राज्य के मंत्री बचाव गतिविधियों का नेतृत्व करने के लिए पहाड़ी जिले में पहुंचेंगे और अभियान को लेकर समन्वय स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वायनाड जिले में भूस्खलन और अन्य वर्षाजनित आपदाओं के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। बयान में कहा गया है कि लोगों को आपातकाल में मदद के लिए दो ‘हेल्पलाइन नंबर’ भी शुरू किए गए हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केरल के वायनाड में भूस्खलन से जुड़ा विषय मंगलवार को लोकसभा में उठाया और केंद्र सरकार से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह किया तथा ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए कार्य योजना बनाने पर जोर दिया। उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया।
राहुल गांधी ने पिछली लोकसभा में वायनाड का प्रतिनिधित्व किया था। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी वह रायबरेली के साथ वायनाड से निर्वाचित हुए थे, लेकिन उन्होंने केरल में आने वाले संसदीय क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया। राहुल गांधी ने सदन में कहा, ‘‘आज वायनाड में भीषण भूस्खलन हुआ है। 70 से अधिक लोग मारे गए हैं। किस स्तर का नुकसान हुआ है अभी आकलन करना बाकी है क्योंकि यह आपदा बहुत बड़ी है।’’