चंडीगढ़ आईएससीप्रेस: पिछले तीन महीने से ज़्यादा से किसान नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं जिस आंदोलन अब तक कई किसानों की जान भी जा चुकी है और कुछ किसानों ने इस क़ानून के चलते आत्महत्या कर ली है आज भी हरियाणा के एक 55 वर्षीय किसान ने टिकरी-बहादुरगढ़ सीमा पर आत्महत्या कर ली है।
पुलिस का कहना है कि हिसार जिले के राजबीर के रूप में पहचाने गए शख़्स ने पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह भारत सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन का हिस्सा था।
बता दें कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों किसान दिल्ली की सीमाओं पर 100 दिनों से इन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं बातचीत के कई दौर चले लेकिन किसान और सरकार के बीच किसी बात पर सहमति नहीं बन पाई है
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत का भी साफ़ साफ़ कहना है कि जब तक ये तीन नए कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
राकेश टिकैत किसान आंदोलन के १०० दिन पुरे होने पर एक सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सभी किसानों की मांग है कि ज ये तीनों कृषि कानून पूरी तरह से वापस लिए जाएं और अगर सरकार अपनी बात पर अडी रहती है तो हम भी आंदोलन को खत्म नहीं करेंगे हमने सभी किसानों से कह दिया कि वो अपनी फसल को भी देखे और आंदोलन में भी हिस्सा लें जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।