हिमाचल प्रदेश में 5 जगह बादल फटने से 11 की मौत, 50 से ज्यादा लापता
हिमाचल प्रदेश: हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही मची है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग लापता हैं। राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए विशेष दलों को तैनात करने का आदेश दिया है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी शिविर स्थापित किए हैं और भोजन, पानी एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था की है।
राज्य के कुल्लू, मंडी, शिमला, कांगड़ा और चंबा जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। इन जिलों में सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे यातायात ठप हो गया है। कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इस तरह की विनाशकारी स्थिति नहीं देखी। खेत-खलिहान और मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई लोग अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों की खोज में जुटे हुए हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं, जो खोजबीन अभियान चला रही हैं।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा है। हिमाचल प्रदेश में आई इस प्राकृतिक आपदा ने लोगों के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है और राज्य को इससे उबरने में काफी समय लगेगा।
सरकार ने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इस संकट की घड़ी में पूरा देश हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ खड़ा है और उनकी मदद के लिए तत्पर है।