मोदी सरकार पिछले दरवाज़े से ला रही कृषि विरोधी कानून: कांग्रेस
नई दिल्ली: 10 जुलाई (यूएनआई) कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा सरकार की नीति कुछ बड़े औद्योगिक घरानों को खड़ा कर किसानों और गरीबों का शोषण करने की कोशिश की है, इसलिए किसानों से किए गए वादों को पूरा करने के बजाय वे उनके साथ विश्वासघात कर रही है और पिछले दरवाजे से किसान विरोधी कानून ला रही है।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है और पिछले दरवाजे से वही कृषि विरोधी कानून लाने की कोशिश कर रही है, जिसे वापस लेने के लिए किसानों ने एक साल से अधिक समय तकआँदोलन किया था और सरकार को कृषि क़ानून वापस लेने के लिए लिए मजबूर कर दिया था।
किसान विरोधी मोदी सरकार अब उसी कृषि कानून को पिछले दरवाजे से वापस लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार ने किसान मोर्चा से किसानों की आय दोगुनी करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य-एमएसपी के लिए समिति बनाने और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में किसानों को गाड़ी से कुचलने वाले आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू के पिता कैबिनेट मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने का वादा किया था लेकिन अब वह इन वादों से मुकर गई हैं और इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस सरकार का उद्देश्य एमएसपी को धीरे-धीरे खत्म करना और किसानों से किए गए वादों से पीछे हटकर उन्हें धोखा देना है। उन्होंने कहा कि सरकार के दिल में पहले से ही विश्वासघात है, इसलिए पिछले साल मार्च में किसानों से लिखित में बात करने के बजाय, किसान मोर्चा के नेताओं को बुलाया और उन्हें मौखिक रूप से समिति का नाम देने के लिए कहा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इतना ही नहीं, सरकार ने किसानों द्वारा फसलों की खरीद भी कम कर दी है, भले ही वह उनकी आय दोगुनी करने की बात करती है। इस साल उसने पहले की तुलना में 56 प्रतिशत कम खरीदारी की है। ऐसे में मौसम के साथ-साथ सरकार की नाकामी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।