ख़ुद भी खाया, मित्रों को भी खिलाया, बस जनता को नहीं खाने दे रहे: राहुल गांधी
देश में एक तरफ़ जहां करोड़ों परिवार Covid-19 महामारी के चलते रोज़गार ख़त्म होने से तकलीफ़ उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ रोज़ाना की बढ़ती महंगाई ने आम जनता को बेबस कर दिया है।
खाने पीने की चीज़ें हों या पेट्रोल डीज़ल के दाम हों आए दिन क़ीमतें बढ़ती जा रही हैं, और सबसे अहम बात तो यह है कि पहली बार ऐसा देखने में आ रहा है कि बिना किसी विरोध के सरकार अपनी मनमानी करते हुए क़ीमतों को बढ़ाए जा रही है।
राजनीतिक दल हों या नेता, बॉलीवुड इंडस्ट्री हो या कोई संस्था, किसी का ध्यान भी इस ओर नहीं जा रहा है कि इस बढ़ती महंगाई का विरोध किया जाए और उसके ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया जाए।
अगर इस मामले में कोई पार्टी आवाज़ उठा रही है और सड़कों पर विरोध कर रही है तो वह कांग्रेस पार्टी और उसके नेता हैं, अभी कल ही देश के अलग अलग शहरों में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया।
महंगाई को लेकर कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर भी सक्रिय दिखाई दिए हैं जैसेकि आज ही राहुल गांधी ने तंज़ करते हुए एक ट्वीट किया और कहा कि खाया भी, मित्रों को खिलाया भी, बस जनता को नहीं खाने दे रहे हैं।
खाया भी, ‘मित्रों’ को खिलाया भी-
बस जनता को खाने नहीं दे रहे।#PriceHike pic.twitter.com/FLjJvn5KJ8— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 13, 2021
इशारा साफ़ है कि देश में पिछले 7 सालों में पूंजीपतियों की पूंजी बढ़ती ही गई लेकिन मध्यम वर्ग ग़रीबी रेखा तक आ गया साथ ही ग़रीब और मज़दूर वर्ग का हाल तो पूछिए ही मत।
पिछले कुछ सालों से खाद्य तेल, दालों, सब्ज़ियों, फलों, अनाज समेत लगभग हर वस्तु और साथ ही पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है।