राहुल गाँधी दस दिन भी सावरकर वाली जेल में नहीं रह सकते: अनिल विज
महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra In Maharashtra) के दौरान राहुल गाँधी द्वारा सावरकर पर दिए गए बयान आजकल सुर्ख़ियों में हैं। महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा के दैरान राहुल गांधी ने एक पत्र दिखाते हुए कहा था कि सावरकर ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जेल से छूटने के लिए ब्रिटिश सरकार को माफीनामा लिखा था और 60 रुपये पेंशन लेते रहे थे। राहुल गाँधी के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हंगामा मचा दिया।
शिवसेना और भाजपा के कई नेताओं ने राहुल गांधी पर पलटवार भी किया है। शिवसेना ने तो यहाँ तक कह दिया की अगर राहुल गाँधी आगे भी इस तरह का बयान देते हैं तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अपना रिश्ता तोड़ सकती है। अब इस क्रम में नया बयान हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का आया है।
अनिल विज ने राहुल गाँधी को चुनौती देते हुए कहा कि, जिस जेल में सावरकर को रखा गया था , राहुल गाँधी उस जेल में दस दिन भी नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि उस सेलुलर जेल में एक आदमी सारी जिन्दगी दूसरे आदमी की शक्ल नहीं देख सकता था। अंग्रेजों ने उन्हें 50 साल का कारावास दिया था। अगर वह अंग्रेजों से मिले होते तो क्या उन्हें सजा मिलती? अनिल विज के इस बयान पे सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है।
@Rakesh79116945 यूजर ने लिखा कि उस जमाने में ना जाने कितने क्रांतिकारी अंडमान निकोबार की जेल गए थे, जो कभी वापस नहीं लोटे! भारत माता की आज़ादी के लिए फांसी पर लटका दिये गये तो फिर सावरकर बाहर कैसे आये, क्यों छोड़ा गया इनको?
@MiniforIYC यूजर ने अनिल विज को उन्हीं के अंदाज़ में जवाब देते हुए लिखा कि राहुल गांधी की तरह रोज 25 से 30 किलोमीटर चलकर दिखाएं, फिर राहुल गांधी पर टिप्पणी करें।
@SuchBowl यूजर ने लिखा कि तो क्या वो अकेले थे उस जेल में? उनके साथ हजारों और लोग भी थे, मगर बाकी वीरों ने माफी की अर्ज़ी डालने से देश की आज़ादी के लिए मर जाना बेहतर समझा। एक यूजर ने लिखा कि राहुल गांधी हजारों किलोमीटर पैदल चलकर, करोड़ों लोगों से मिलकर देश को मजबूत कर रहें हैं और ये लोग इस तरह की बयानबाजी करने में व्यस्त हैं।