नई दिल्ली एएनआई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना का टीका लगवाने के बाद लोगों के अंदर से वैक्सीन को लेकर पाई जाने वाली झिझक को खत्म कर दिया
एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया सोमवार को प्रधानमंत्री के वैक्सीनेशन के बाद कहा कि पीएम मोदी ने COVID-19 वैक्सीन लिया और राष्ट्र को दिखाया कि जब हमारी बारी आएगी तो हमें भी बगैर किसी झिझक के अपना टीकाकरण करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं उन सभी से अनुरोध करता हूं जो उम्र 60 वर्ष से अधिक हैं कि वो बग़ैर किसी झिझक के टीकाकरण करवाए
डॉ रणदीप गुलेरिया ने ये भी कहा कि यह टीकाकरण महामारी से बाहर आने, मृत्यु दर को नीचे लाने और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का एकमात्र तरीका है हमें उम्मीद है कि ये टीकाकरण एक गेमचेंजर होगा और इससे हम देश में कोरोना के केसों को कम कर सकते हैं और प्रधान मंत्री का टीकाकरण अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेगा।
गुलेरिया ने आगे कहा कि मेड इन इंडिया, भारत बायोटेक COVAXIN वैक्सीन लेने से, प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को दिखाया कि ये टीके सुरक्षित हैं।
जब पीएम नरेंद्र मोदी सुबह-सुबह एम्स पहुंचे, तो मेडिकल स्टाफ थोड़े नर्वस थे. माहौल को हल्का करने के लिए पीएम मोदी ने नर्स से पहले पूछा कि आपका क्या नाम है और आप कहां से हैं? इसके बाद पीएम मोदी ने हंसी मजाक करते हुए क्या वह पशु के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुई का इस्तेमाल करेंगी. पीएम मोदी के तंज को नर्स समझ न पाईं.
इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजनेताओं की चमड़ी बहुत मोटी होती है, इसलिए उनके लिए कुछ विशेष मोटी सुई का इस्तेमाल तो नहीं करने वाली हैं. इस पर नर्स हंस पड़ी. पीएम मोदी को जब टीका लग गया तो उन्होंने नर्स से कहा कि टीका लग गया, लेकिन मुझे एहसास नहीं हुआ. वैक्सीनेशन के दौरान पीएम मोदी मुस्कुराते ही रहे.
बता दे कि COVID-19 टीके – कोवाक्सिन और कोविशिल्ड, आज से आम जनता के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। अब तक COVID-19 वैक्सीन की 1,43,01,266 खुराक दी जा चुकी हैं।