Covid-19 की टेस्टिंग पर हाई कोर्ट की फटकार के बाद भी सरकार की रफ़्तार सुस्त: प्रियंका गांधी, कोरोना को लेकर रवैया ठीक रखने के सिलसिले में हाई कोर्ट के बार बार दिशानिर्देश के बावजूद सरकार के गोलमोल आंकड़े पर कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने निशाना साधा है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि बिजनौर में 32 लाख की आबादी के बावजूद रोज़ाना केवल 800 से 1000 RT-PCR टेस्ट होते हैं।
बिजनौर की 32 लाख आबादी पर रोज मात्र 800-1000 RTPCR टेस्ट होते हैं।
माननीय हाई कोर्ट ने कहा बिजनौर जैसे जिले में प्रतिदिन 4-5 हजार RTPCR टेस्ट होने चाहिए वर्ना हम तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं।
क्या उप्र सरकार तीसरी लहर के लिए रास्ता बनाकर फिर उससे लड़ने की तैयारी कर रही है? pic.twitter.com/wBQwuIFPtO
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 18, 2021
यानी बढ़ते संक्रमण और महामारी को देखते हुए जांच में तेज़ी लाने की जगह सरकार लगातार सुस्त रवैया अपनाए हुए है।
आगे प्रियंका गांधी ने माननीय हाई कोर्ट की बात को कोड करते हुए कहा कि हाई कोर्ट ने कहा है बिजनौर जैसे ज़िले में रोज़ाना 4-5 हज़ार RT-PCR टेस्ट होने चाहिए वरना हम तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने हाई कोर्ट के दिशानिर्देश की पेपर कटिंग को ट्वीट में टैग किया है जिसमें सरकार के लचीले रवैये पर हाई कोर्ट ने कड़ा रुख़ अपनाया है।
ट्वीट के अंत में प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में लिखा क्या उत्तर प्रदेश सरकार तीसरी लहर के लिए रास्ता बनाकर फिर उससे लड़ने की तैयारी कर रही है?
प्रियंका गांधी के इस आख़िरी वाक्य का मतलब यह है कि आख़िर क्यों सरकार समय रहते इस बात की तरफ़ ध्यान नहीं दे रही है, बचाव के लिए अभी से सरकार का मुस्तैद रहना ज़रूरी है, लहर आने के बाद बाद बचाव कैसे मुमकिन होगा, इसीलिए सरकार को रवैया सुधारते हुए जांच की स्पीड बढ़ानी होगी ताकि इस वायरस से जल्दी छुटकारा मिल सके।