यमन युद्ध:: अतिक्रमणकारी सऊदी गठबंधन ने क्या खोया, क्या पाया ? 1
यमन युद्ध अपने सातवें वर्ष में प्रवेश कर गया है। इस युद्ध के कुछ समीकरण, जैसे यमनी नागरिकों के खिलाफ हमलावर सऊदी-अमेरिकी गठबंधन के मानवता के खिलाफ अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं लेकिन युद्ध की दशा और दिशा तथा क्षेत्र में शक्ति संतुलन के समीकरण में नाटकीय रूप से बदलाव आ रहा है।
यमन ने अपने जवाबी हमलों से सऊदी अरब के हौसले पस्त कर दिए हैं वह इस युद्ध की दलदल से सम्मान सहित निकलने के लिए हाथ पैर मार रह है और चाकर भी खुद को इस दलदल से निकाल नहीं पा रहा है। वहीं यमन की बढ़ती सैन्य शक्ति एवं प्रतिरोधी क्षमता पर बात करते हुए यमन जनांदोलन के नेता अब्दुल मलिक हौसी ने कहा है कि यमन आने वाले समय में क्षेत्र में मुख्य हथियार आपूर्तिकर्ता देशों में होगा।
युद्ध के समीकरणों का मूल्यांकन करने और हाल ही के समय में आए समीकरणों के बदलाव को देखते आगे क्या हो सकता है इसकी भविष्यवाणी करने से पहले, रक्षाहीन यमनी नागरिकों के खिलाफ इस युद्ध में सऊदी गठबंधन के अपराधों पर एक नज़र डालना बेहतर होगा।
सऊदी अतिक्रमणकारी गठबंधन द्वारा नष्ट किये गए यमन के कुछ अहम बुनियादी ढांचे।
यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह के बैरक से 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक डेयरी कारखाने पर हमला और नागरिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने वाले कम से कम 355 अन्य कारखानों पर बर्बर हमले।
7819 वाणिज्यिक ठिकानों पर बर्बर हमले.
774 खाद्य गोदामों पर हमला.
4134 कृषि भूमि पर सऊदी गठबंधन ने हमले करते हुए उन्हें जलाकर राख कर डाला.
मआरिब प्रांत के सरवाह अल-रिफ़ी अस्पताल में बमबारी.
130 से अधिक क्लबों और खेल सुविधाओं पर बमबारी.
गेहूं के साइलो पर हमला.
सनआ पावर प्लांट सहित अन्य असैन्य बुनियादी ढांचे पर हमले कर उन्हें नष्ट करना.
सनआ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला और विदेशी सहायता को यमन आने से रोकने के लिए यात्री विमानों पर हमले.
यमन की गैस और तेल लाइनों और बंदरगाहों को निशाना बनाना.
176 विश्वविद्यालय सुविधाओं और 914 स्कूलों और शैक्षणिक केंद्रों पर हमला.
यमन के ऐतिहासिक शहर सअदा बुनियादी ढांचे का विनाश.
344 स्वास्थ्य और चिकित्सा केंद्रों को नष्ट करना.
यमन पर हमले करते हुए आले सऊद ने 671 केंद्रीय बाजारों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है जबकि 10,998 किराना स्टोर और 3,500 से अधिक खेतों को जला कर नष्ट कर दिया गया है।
यमन की 1,868 से अधिक जल सुविधाओं और 1,388 पंपों और जल नेटवर्कों पर सऊदी हमलों के कारण 14 मिलियन से अधिक यमनियों तक स्वच्छ पेयजल नहीं पहुँच पा रहा है।
आले सऊद ने यमन को हर तरह बर्बाद करने के उद्देश्य से इस देश के मत्स्य पालन क्षेत्र को भी हमलों का निशाना बनाया है। अतिक्रमणकारी गठबंधन ने 100 से अधिक मछली प्रजनन केंद्रों को नष्ट कर दिया है और 40,000 से अधिक यमनी मछुआरे अपनी आजीविका से वंचित हो गए हैं, साथ ही, यमन के तट पर दुश्मन के हमलों के कारण यहाँ काम कर रहे 500 से अधिक मछुआरे मारे गए हैं।
मौलाई जी
जारी है…..