ट्रम्प का दावा, इस्राईल को पसंद नहीं करते अमेरिकन यहूदी ट्रम्प ने इस्राईल और अमेरिकी यहूदियों के बारे में दावा करते हुए कहा कि अमेरिका में बसने वाले यहूदी इस्राईल से प्यार नहीं करते हैं।
ट्रम्प ने कहा कि अगर अमेरिकी यहूदी सच में इस्राईल से प्यार करते तो वह उन्हें 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में वोट देते। हारेत्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार ट्रम्प ने कहा कि लेकिन बाइडन की जीत से पता लगता है कि इस्राईल के प्रति अमेरिकन यहूदियों का प्रेम पर्याप्त नहीं है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने इस्राईल के प्रति समर्थन की अपनी नीतियों के बारे में एक भाषण में कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि उनके इस्राईल के प्रति कार्यों को देखते हुए भी अमेरिकी चुनाव में उन्हें अधिक मतदाताओं का समर्थन नहीं मिला।
याद रहे कि नवंबर 2020 में हुए अमेरिकी चुनाव में ट्रम्प को अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी जो बाइडन से पराजित होना पडा था। व्हाइट हाउस से निकलते समय ट्रम्प ने अमेरिकी चुनाव नतीजे को पक्षपाती बताते हुए कहा था कि मतगणना में धांधली की गई है।
हालांकि अमेरिकी चुनाव पर्यवेक्षकों और संवैधानिक संस्थाओं ने ट्रम्प के इन दावों को निराधार बताते हुए उनका खंडन किया था। याद रहे कि ट्रम्प ने अपने कार्यकाल में इस्राईल की अभूतपूर्व सेवा करते हुए तल अवीव से अपने दूतावास को क़ुद्स स्थान्तरित करते हुए कई अरब देशों को इस्राईल के साथ संबंध सामान्य करने के लिए मजबूर किया था।
जिसके बाद संयुक्त अरब अमीरात, बहरैन, सूडान समेत कई देशों ने इस्राईल के साथ अपने संबंधों को सामान्य करते हुए अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।