सीरिया से लेकर इराक तक अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले मीडिया ने बताया कि आज बुधवार सुबह सीरिया-इराकी सीमा पर अल-उमर तेल क्षेत्र में अमेरिकी बेस को निशाना बनाया गया।
सीरियाई सूत्रों ने बताया कि हमला आज सुबह करीब सात बजे हुआ। इस बीच, टेलीग्राम चैनल “सबेरिन न्यूज” ने बताया कि बेस पर रॉकेट से हमला किया गया था। इस हमले के कारण होने वाली सामग्री क्षति और संभावित हताहतों पर एक विस्तृत रिपोर्ट अभी तक प्रकाशित नहीं की गई है।
वहीं बग़दाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास अमेरिकी सैनिकों कि छावनी विक्टोरियन बेस को निशाना बनाया गया । रॉकेट हमले के बाद, इस बेस पर अलार्म बज उठा। कुछ सूत्रों का कहना है कि विक्टोरियन बेस पर कम से कम चार रॉकेट दागे गए। एक सुविख्यात इराकी सुरक्षा सूत्र ने 3 जनवरी को बग़दाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सड़क पर विक्टोरियन बेस पर एक ड्रोन हमले की घोषणा की। इन ड्रोनों पर “ऑपरेशन रिवेंज” लिखे हुए थे।
अमेरिका मध्य पूर्व में स्थित अपने सैन्य ठिकानों पर हमले की खुफिया सूचना के बाद एक्शन में है। इस क्षेत्र में मौजूद सभी अमेरिकी मिशनों और सैन्य बेसों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इतना ही नही, अमेरिका ने शॉर्ट नोटिस पर नान स्टॉप फ्लाइट के जरिए अपने बी-52 स्ट्रैटजिक परमाणु बॉम्बर्स के एक स्कॉड्रन को भी खाड़ी देशों में तैनात कर दिया है।
इस हमले में अमेरिका और गठबंधन सेनाओं को अभी तक किसी भी नुकसान की खबर नहीं है। अमेरिका सेना बेस पर बुधवार तड़के मिसाइल हमले के बाद पेंटागन ने बयान जारी कर कहा कि वह हमले में हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। दरअसल, हाल ही में इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमलों में ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी, जिसके बाद ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किये थे।