वॉशिंग्टन : रायटर्स के अनुसार अमेरिका विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने सोमवार को ट्रम्प प्रशासन द्वारा गोलान हाइट्स को इस्राईल के हिस्से के रूप में दी गई मान्यता का समर्थन न करने का फैसला किया है हालंकि उन्होंने माना कि यह क्षेत्र इस्राईल की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2019 में गोलान हाईट्स को इस्राईल के क्षेत्र के रूप में मान्यता दी थी, याद रहे कि इस्राईल ने 1967 के अरब इस्राईल युद्ध में सीरिया के गोलान हाइट्स क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था हालंकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इसे इस्राईल के भाग के रूप में मान्यता नहीं दी है।
ब्लिंकेन ने सीएनएन को दिए एक बयान में कहा कि मुझे लगता है कि गोलान हाईट्स पर कब्ज़ा इस्राईल की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है, और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के साथ ईरान समर्थित मिलिशिया इस्राईल की सुरक्षा के लिए खतरा है।
ब्लिंकेन ने यरूशलम में अमेरिकी दूतावास स्थान्तरित किए जाने के बाइडन प्रशासन के वादे को भी दोहराया। आपको बता दें कि ट्रम्प प्रशासन ने यरुशलम को इस्राईल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी।
बाइडन और उनकी टीम ने कहती रही है कि वह फिलिस्तीनियों के साथ ट्रम्प द्वारा खराब किए गए संबंधों को बेहतर बनाएंगे, उनकी सहायता करना शुरू करेंगे और फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर इस्राईल द्वारा किए जाने वाले निर्माण कार्यों को रोकेंगे।
याद रहे कि बाइडन द्वारा विश्व नेताओं से टेलीफोनिक वार्ता के दौरान अभी तक नेतन्याहू से संपर्क नहीं किया गया है , जिस कारण इस्राईल और मीडिल ईस्ट के विशेषज्ञ हैरानी में हैं।
इस बारे में पूछे जाने पर ब्लिंकेन ने जवाब दिया है कि “मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही किसी अवसर पर दोनों नेता आपस में बात करेंगे”।